महासचिव गुटेरेश ने गुरूवार को संवाददाताओं के नाम एक नोट जारी किया, जिसमें हाल के दिनों में सीरिया की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के उल्लंघन पर गहरी चिन्ता जताई है.
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) नामक हथियारबन्द गुट ने पिछले रविवार को सीरियाई राजधानी दमिश्क समेत अन्य शहरों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया और अब देश पर उनका तथ्यत: (de facto) शासन है.
इसके बाद, इसराइली सैन्य बलों ने शहर की निगरानी से महत्वपूर्ण और गोलान सीमा क्षेत्र पर स्थित एक सीरियाई सैन्य चौकी समेत, इसराइल व सीरिया को अलग करने वाले अनेक इलाक़ों को अपने क़ब्ज़े में ले लिया.
सुरक्षा परिषद ने सीरिया-इसराइल सीमावर्ती क्षेत्र गोलान में दोनों देशों के बीच युद्धविराम बनाए रखने के लिए मई 1974 में यूएन पर्यवेक्षक मिशन (UNDOF) को स्थापित किया था.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, इसराइली सैन्य बलों ने ना केवल दोनों देशों को अलग करने वाले इस विसैन्यीकृत ज़ोन (demilitarized zone) में प्रवेश किया है, बल्कि सीरिया में हथियारों के जखीरे, सैन्य सुविधा केन्द्रों और वायुपट्टी समेत अन्य सम्पत्तियों पर ‘रक्षात्मक’ हवाई हमले भी किए हैं.
यूएन प्रमुख ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और विसैन्यीकृत ज़ोन, गोलान पहाड़ियों से इसराइली सैन्य बलों को वापिस बुलाने का आग्रह किया है. हालांकि इसराइल का कहना है कि इस ज़ोन में इसराइली सैनिक केवल अस्थाई तौर पर ही मौजूद है.
‘टकराव ख़त्म करना होगा’
महासचिव गुटेरेश ने ध्यान दिलाया कि 1974 में दोनों देशों के सैन्य बलों में दूरी बनाए रखने के समझौते का सम्मान किया जाना होगा और बिना अनुमति के सैन्य बलों की मौजूदगी को हटाना होगा.
यूएन महासचिव ने अपने वक्तव्य में सीरिया में अनेक स्थानों पर इसराइली हवाई हमलों पर गहरी चिन्ता जताई है, और सभी मोर्चों पर टकराव व तनाव में तुरन्त कमी लाने पर बल दिया है.
सीरिया में कई इलाक़े फ़िलहाल हयात तहरीर अल-शाम नामक गुट के नियंत्रण में नहीं है. अनेक हथियारबन्द गुटों के क़ब्ज़े में दक्षिणी सीरिया, पूर्वोत्तर व अन्य इलाक़े हैं. कुर्दिश लड़ाकों ने पूर्वोत्तर में डेइर-ऐज़-ज़ोर नामक शहर पर अपना क़ब्ज़ा कर लिया है.
आइसिल के सहयोगी गुट के रूप में चिन्हित आतंकवादी गुटों का मध्य सीरिया के कुछ इलाक़ों पर नियंत्रण है, जहाँ इस सप्ताह अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने निशाना बनाया है.