उद्योग/व्यापार

सरकारी बस स्टैंड से भी गंदा टॉयलेट, Byju’s में हाल बेहाल, एंप्लॉयीज ने सुनाई दुखभरी

Byju’s News: भारी दिक्कतों से जूझ रही एडुटेक स्टार्टअप बायजूज (Byju’s) में अब काम-काज का भी माहौल खराब हो रहा है। इसके बंगलुरु में स्थित ऑफिसों में एंप्लॉयीज के मनोबल पर निगेटिव असर पड़ा है क्योंकि लागत में कटौती और ऑपरेशनल इश्यूज वर्कप्लेस पर बोझ बन रही हैं। एक एंप्लॉयी ने तो बताया कि नवंबर में कई दिनों तक इसके प्रेस्टिज टेक पार्क ऑफिसर का टॉयलेट सरकारी बस स्टॉप से भी बुरा दिखने लगा था। कई बार शिकायत के बाद मैनेजमेंट ने इसकी सफाई करायी। हालांकि इसके बाद भी यह समस्या बार-बार आती रही और जब तक कोई शिकायत नहीं करता, तब तक साफ-सफाई को लेकर कुछ नहीं होता है।

सफाई कर्मचारियों की संख्या भी कम कर दी गई है। पहले स्टॉफ को एंप्लॉयीज कॉफी, चाय के अलावा ब्रेड और जैम, सूप जैसी नाश्ते की चीजें मिलती थी जो अब बंद हो गई हैं। एंप्लॉयी ने बताया कि कॉफी मशीन तक हट गया है और अब सिर्फ पानी ही बचा है। एक एंप्लॉयी ने बताया कि प्रेस्टिज टेक पार्क में सात लिफ्ट हैं जिसमें से तीन एक महीने से ऊपर हो गए, बंद पड़े हैं लेकिन उन्हें बनवाने की कोई कोशिश भी नहीं हुई है।

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दिसंबर में लागत में 41% की भारी कटौती

बायजूज को ये दिक्कतें इसलिए हो रही हैं क्योंकि इस तीन महीने के भीतर 120 करोड़ डॉलर का टर्म लोन बी चुकाना है। हालांकि इसकी दो सब्सिडियरीज- एपिक और ग्रेट लर्निंग के बिकने के संकेत नहीं दिख रहे हैं और इसके पास पैसों की भी कमी है तो अब लागत में बड़ी कटौती ही एकमात्र विकल्प रह गया है। इसी का असर एंप्लॉयीज को बुनियादी सुविधाएं और सफाई का स्टैंडर्ड मेंटेन करने में दिक्कत हो रही है।

मनीकंट्रोल को अंदरूनी तौर पर जो डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, उसके मुताबिक ट्यूशन सेंटर, कॉरपोरेट और सेल्स ऑफिसों समेत वर्लप्लेस सर्विसेज पर कंपनी का खर्च पिछले महीने दिसंबर 2023 में सालाना आधार पर 44.03 करोड़ रुपये से तेजी से 41 फीसदी गिरकर करीब 25.73 करोड़ रुपये पर आ गया। बायजू के लिए यह सबसे बड़ा खर्च है, जो इसके ऑपरेशनल कॉस्ट का 53 फीसदी है। बायजूज ने पिछले साल जुलाई 2023 में 5.58 लाख वर्ग फुट में फैले कल्याणी टेक पार्क में अपने सबसे बड़े ऑफिस को खाली कर दिया था। अब इसके दो ही कॉरपोरेट ऑफिस- प्रेस्टिज टेक पार्क और आईबीसी नॉलेज पार्क हैं।

ऑपरेशनल खर्च में कितनी हुई कटौती

बायजूज ने मंथली ऑपरेशनल खर्चों में भारी कटौती की है। एंप्लॉयीज की सैलरी को छोड़ इसका बाकी मंथली ऑपरेशनल एक्सपेंसेज सालाना आधार पर 130.69 करोड़ रुपये से 63 फीसदी गिरकर 48.6 करोड़ रुपये पर आ गया। अगस्त 2022 में यह खर्च 234.7 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा था। बायजू में चल रही छंटनी के बीच लागत में कटौती एंप्लॉयीज के लिए दोहरी आफत बनी है। स्थिति तो यहां तक खराब है कि एंप्लॉयीज को वेतन देने के लिए बायजूज के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने अपनी व्यक्तिगत संपत्ति गिरवी रखना पडा है।

एक एंप्लॉयी का कहना है कि एंप्लॉयीज बहुत कम हैं तो जो यहां पर हैं, उन पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है और हर कोई मौका मिलते ही निकलने की कोशिश में है। EPFO की वेबसाइट पर मौजूद लेटेस्ट डेटा के मुताबिक कंपनी ने पिछले महीनों में थोड़ा सा हिस्सा पेमेंट करने के बाद नवंबर से पीएफ में पैसा जमा करना बंद कर दिया है। अभी इसके भारतीय इकाई के पेरोल पर करीब 14,000 एंप्लॉयीज हैं।

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कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा करीब 30 फीसदी खर्च टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर पर होता है और यह दिसंबर 2023 में सालाना आधार पर 28.75 करोड़ रुपये से घटकर 14.71 करोड़ रुपये रह गया। बायजूज ने अपने वर्कप्लेसेज पर आईटी इंफ्रा पर भी खर्च दिसंबर 2022 में 7.66 करोड़ रुपये से घटाकर 2.77 करोड़ रुपये कर दिया। इसकी ऑपरेशनल लागत का 10 फीसदी खर्च एचआर, मार्केटिंग, फाइनेंस और लीगल सर्विसेज पर होता है और इसे कंपनी ने पिछले महीने सालाना आधार पर 16.42 करोड़ रुपये से घटाकर 4.72 करोड़ रुपये कर दिया।

पहले बायजूज वर्ष 2022 के मध्य तक Teleperformance, Cogent E Services और iEnergizer जैसी आउटसोर्सिंग एजेंसियों से सर्विसेज लेती थी। तीनों ने बायजूज को कॉलिंग एजेंट मुहैया कराए लेकिन लागत में कटौती के नाम पर बायजूज ने टेलीपरफॉरमेंस और कॉजेंट ई सर्विसेज की सर्विसेज बंद कर दी। इसके चलते कंपनी का बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग एक्सपेंसेज पिछले महीने शून्य पर आ गया जबकि दिसंबर 2022 में यह 4.49 करोड़ रुपये था। हालांकि अभी यह नहीं पता चल पाया कि बायजूज iEnergizer की सर्विसेज जारी रखेगी या नहीं। एक एंप्लॉयीज ने बताया कि बायजूज नवंबर 2023 तक iEnergizer से जुड़ी हुई थी।

कंपनी ने फील्ड सेल्स ऑपरेशंस और निचले स्तर के वर्कफोर्स और डिजिटल मार्केटिंग सर्विसेज पर खर्च करना बंद कर दिया है। दिसंबर 2022 में इन खर्चों पर क्रमशः 11.89 करोड़ रुपये और 10.31 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके अलावा बायजूज ने अगस्त 2022 में ट्रैवल पर 55 करोड़ रुपये खर्च किए थे जो घटकर अब 66 लाख रुपये पर आ गया है।

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