टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रतिष्ठित पी. वी. नरसिम्हा राव मेमोरियल पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें मुंबई में 15 मार्च को आयोजित समारोह में यह पुरस्कार दिया गया। रतन टाटा बिजनेस की दुनिया की जाना-मानी हस्ती हैं और समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए भी वह जाने जाते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में उनके काम से देश के कई समुदायों पर सकारात्मक असर हुआ है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव के नाम पर दिया जाने वाला यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने समाज कल्याण और मानवता से जुड़े कार्यों के लिए पूरा समर्पण दिखाया है। रतन टाटा ने अपनी आधी से ज्यादा परोपकार संबंधी गतिविधियों के लिए दान कर दी है। रतन टाटा की परोपकारी गतिविधियां कई क्षेत्रों से जुड़ी हैं, मसलन हेल्थकेयर, एजुकेशन, ग्रामीण विकास, पर्यावरण आदि। उनकी गतिविधियों से उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी प्रशंसा और सम्मान मिला है।
86 साल के रतन टाटा को देश के दो सर्वोच्च नागरिक सम्मान- पद्म विभूषण ((2008) और पद्म भूषण (2000) से भी नवाजा जा चुका है। राष्ट्रनिर्माण में अहम योगदान के लिए उन्हें ये दोनों सम्मान दिए गए हैं। रतन टाटा की सफलता और उपलब्धियां किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को इसी साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया है। उन्हें मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया है।