उद्योग/व्यापार

‘सभी को लगता था कि Byju’s के सामने नहीं टिक पाएगी अमेरिकी स्टार्टअप Coursera’

जब अमेरिकी एडुटेक कंपनी कोर्सेरा (Coursera) के CEO जेफ मैग्गियॉनकाल्डा (Jeff Maggioncalda) 2021-22 के दौरान भारत आते थे, तो उन्हें हर कोई इस देश में बिजनेस करने को लेकर आगाह करता था। उन्होंने मनीकंट्रोल (Moneycontrol) को बताया, ‘उस वक्त बायूजज (Byju’s) तेजी से आगे बढ़ रही थी। जब मैं भारत आता था, तो हर कोई कहता था कि बायजूज आपको निगल जाएगी। मैं कहा करता था कि मुझे नहीं पता, हो सकता है कि ऐसा हो जाए। हालांकि, मेरा अपने काम पर फोकस था। अब भारतीय एडुटेक सेक्टर काफी मुश्किल में है। बहरहाल, यह कारोबार का हिस्सा है।’

उनका कहना था, ‘ भारत में वैल्यू चेन काफी बड़ी है। मुझे लगता है कि कई एडुटेक कंपनियों ने सब कुछ खुद से करने की कोशिश की। इस बात में कोई शक नहीं है कि स्टूडेंट्स की बहुत सारी जरूरतें होती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको सब कुछ खुद से करने की कोशिश करनी चाहिए। अगर आपके पास पर्याप्त पूंजी उपलब्ध भी है, तो यह अच्छी बिजनेस स्ट्रैटेजी नहीं है।’

पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने से टेक वैल्यूएशन में काफी गिरावट आई है। साथ ही, टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों के लिए पूंजी की उपलब्धता मुश्किल हो गई है, जो आम तौर पर जल्दी प्रॉफिट हासिल करने के बजाय लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए प्रयोगों पर फोकस करता है। कोर्सेरा का मार्केट कैपिटल फिलहाल 2.9 अरब डॉलर है, जो 2021 के मुकाबले 32.5 पर्सेंट कम है। साल 2021 में कंपनी का वैल्यूएशन 4.3 अरब डॉलर था।

इसी तरह, 2021 के शुरू में बायजूज का वैल्यूएशन 15 अरब डॉलर था। ज्यादा फंड हासिल करने के बाद 2022 के शुरू में कंपनी का वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर हो गया। उसके बाद, कंपनी की वैल्यूएशन में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया। अब ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकरॉक (Blackrock) ने कंपनी का वैल्यूएशन 95 पर्सेंट तक घटाकर 1 अरब डॉलर कर दिया है।

मैग्गियॉनकाल्डा का कहना था, ‘ अगले एक या दो दशक में भारत का एजुकेशन सेक्टर दुनिया की प्रमुख इंडस्ट्रीज में से एक होगा। इस बात में कोई संदेह नहीं है। आप इस मुकाबले में कैसे जीतेंगे? कौन जीतेगा? क्या सही तरीका है? हमें इस बारे में नहीं पता है। अगर यह बेहतर अवसर है और पूंजी सस्ती है, तो यहां बड़ा दांव लगाया जा सकता है। हालांकि, यह कारोबार है। कभी-कभी सफलता नहीं भी मिलती है।’ कोर्सेरा का मुख्य फोकस कॉलेज स्टूडेंट्स और बेहतर जॉब के लिए स्किल सीखने की हसरत रखने वाले वर्कर्स पर है। भारत कंपनी के लिए ग्लोबल स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।

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