नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हड़कंप मचा हुआ है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा घेरे को तोड़कर लोकसभा के अंदर दो लोगों के घुसने की खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। ये सुरक्षा में बड़ी चूक है। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने इन दोनों लोगों को पकड़ लिया है और उनसे पूछताछ भी की जा रही है। इन दोनों की पहचान मनोरंजन और सागर शर्मा के रूप में हुई है। वहीं संसद के बाहर से अमोल और नीलम नाम के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये भी है कि इन चारों का आपस में क्या कनेक्शन है?
कनेक्शन और स्प्रे छुपाने को लेकर सामने आई ये बात
सूत्रों के मुताबिक, चारों लोग (मनोरंजन, सागर शर्मा, अमोल और नीलम) फेसबुक फ्रेंड हैं। इन्होंने पुलिस को बताया कि वह कुछ बड़ा करना चाहते थे। इन लोगों ने जूते को फाड़कर उसमें स्प्रे छिपाया था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल लोकसभा के अंदर सुरक्षा चूक का बड़ा मामला सामने आया। लोकसभा में दर्शक दीर्घा में बैठा एक शख्स और एक महिला गैलरी से नीचे कूद गए और कथित तौर पर गैस फैलाने वाली सामग्री फेंकी। इंडिया टीवी से बातचीत में बसपा सांसद मलूक नागर ने बताया अंदर क्या-क्या हुआ। उन्होंने कहा कि हम उसको पकड़ने गए, तो उसने जूता निकाला..फिर उसमें से धुआं सा निकलने लगा।
सांसदों ने की पिटाई
मलूक नागर ने बताया कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दोनों लोगों की पहले तो सांसद ने खूब पिटाई की। इसके बाद जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ा तो उन्होंने भी उसे जमकर धोया।
कौन है अमोल?
महाराष्ट्र के लातूर जिले के चाकूर तहसील के जरी गांव का अमोल धनराज शिंदे करीब 25 से 27 साल का युवक है। इस मामले का मराठा आरक्षण से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन शुरुआती जानकारी मिली है कि अमोल शिंदे दलित वर्ग से है। उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं। अमोल शिंदे सेना और पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहा था। एक बार वह पुलिस भर्ती का फिजिकल टेस्ट पास कर चुका है लेकिन लिखित परीक्षा में फेल हो गया था। इसकी वजह से पिछले कुछ दिनो से वो तनाव में था। उसका परिवार गांव में रहता है। अभी उसकी शादी नहीं हुई है। पुलिस उसके घर भी गई है।
नीलम कौन है?
नीलम देवी हरियाणा के जींद के घसों गांव की रहने वाली है। उसकी मां ने बताया कि 2 दिन पहले घर पर ही थी। हिसार से पढ़ाई करती थी। घर से जब गई तो हिसार जाने की बात कहकर गई थी। वहीं भाई का कहना है कि वो किसान आंदोलन के साथ जुड़ी रही है। छात्रों की आवाज बुलंद करने का काम किया है। टीचिंग लाइन मे जॉब के लिए पढ़ाई करती थी। पहले भी नीलम टीचिंग लाइन में एचटीईटी का एग्जाम दे चुकी है। भाई का ये भी कहना है कि वो किसी पार्टी से जुड़ी नहीं रही है।