Parliament Security Breach: लोकसभा की सुरक्षा में चूक (Lok Sabha Security Breach) के एक दिन पहले ही केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) ने संसद भवन परिसर (Parliament House) के लिए 35 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अलग-अलग उपकरणों समेत सुरक्षा बुनियादी ढांचे (Security Infrastructure) के लिए टेंडर जारी किया था। ये टेंडर 12 दिसंबर को जारी किया गया। CPWD ने टेंडर दस्तावेज़ में इस प्रोजेक्ट को ‘संसद भवन परिसर, नई दिल्ली में स्वागत कक्ष और दूसरे सुरक्षा बुनियादी ढांचे का पुनर्विकास’ नाम दिया है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, CPWD केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत आता है। उसने परियोजना के लिए प्री-क्वालिफिकेशन बोलियां आमंत्रित की हैं। बोली जमा करने की आखिरी तारीख 22 दिसंबर है और इसे उसी दिन खोला जाएगा।
टेंडर दस्तावेज में कहा गया है कि प्री-क्वालिफिकेशन बोलीदाताओं से बाद में वित्तीय बोली आमंत्रित की जाएगी।
CPWD ने कहा कि स्थल पर उच्च स्तरीय सुरक्षा जरूरतों और इसमें शामिल काम के प्रकार को देखते हुए, लोगों, सामग्री और निर्माण उपकरणों के एंट्री और एग्जिट के लिए सख्त एक्सेस-कंट्रोल उपाय किए जाएंगे।
ठेकेदार को स्किल, सेमी-स्किल और अनस्किल लेबर, अनुभवी पर्यवेक्षकों और पेशेवर इंजीनियरों की एक बड़ी संख्या के साथ तीन शिफ्ट में काम करना होगा।
दस्तावेज़ में कहा गया है, ‘बोली लगाने वाले को सलाह दी जाती है कि वह अपने खर्च पर कार्य स्थल पर जाए और संभावित कार्य के उचित मूल्यांकन के लिए जरूरी सभी जानकारी इकट्ठा करने की खातिर आसपास की पड़ताल करे।’
संसद की सुरक्षा में चूक के एक दिन बाद, बृहस्पतिवार को संसद भवन के आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। पुलिस और संसद के सुरक्षाकर्मी परिसर में प्रवेश करने वालों की गहन जांच कर रहे थे।
संसद भवन परिसर से कुछ दूर स्थित परिवहन भवन के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने किसी को भी उनके पहचान पत्र और ‘पास’ की जांच के बिना बैरिकेड से आगे जाने की अनुमति नहीं दी।
कृषि भवन के पास तैनात सुरक्षा कर्मियों ने दोपहिया वाहनों पर सवार लोगों को रोक कर उनकी पहचान की जांच की। कृषि भवन में कृषि मंत्रालय के साथ ही दूसरे सरकारी विभागों के कार्यालय हैं।