पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा क्या है और यह क्यों अहम है?

पर्यावरण पर विश्व संसद कही जाने वाली इस UNEA सभा का उद्देश्य, पर्यावरणीय नीतियों के लिए प्राथमिकताएँ तय करना और इस मुद्दे पर अन्तरराष्ट्रीय क़ानून विकसित करना है.

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा, UNEA, महत्वपूर्ण क्यों है? 

2024 में आयोजित होने वाली पर्यावरण सभा के छठे संस्करण, UNEA-6, में रिकॉर्ड छह हज़ार प्रतिनिधियों के जुटने की सम्भावना है, जिनमें सात राष्ट्राध्यक्ष, 139 मंत्री और उपमंत्री हैं. इसके अलावा, बड़ी संख्या में विशेज्ञ, कार्यकर्ता और उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. 

ब्राज़ील में वर्ष 2012 में टिकाऊ विकास पर हुए यूएन सम्मेलन (Rio+20) के फलस्वरूप UNEA को स्थापित किया गया था.

उस समय से इस सभा के ज़रिये पर्यावरणीय मुद्दों पर बहुपक्षवाद के एक नए दौर का आगमन हुआ है, और इन्हें शान्ति व सुरक्षा, स्वास्थ्य जैसी अन्य चिन्ताओं जितनी अहमियत दी जाती है. 

पिछले कुछ वर्षों में, यूएन पर्यावरण सभा के दौरान कई अहम विषयों पर प्रस्ताव पारित किए गए हैं, जिनमें वन्यजीवों की अवैध तस्करी से निपटने, हथियारबन्द टकराव वाले इलाक़ों में पर्यावरण की रक्षा करने समेत अन्य मुद्दों पर लाए गए प्रस्ताव हैं.

UNEA के 2022 के सत्र के दौरान प्लास्टिक प्रदूषण का अन्त करने के लिए क़ानूनी रूप से बाध्यकारी, पहले अन्तरराष्ट्रीय उपाय पर चर्चा शुरू हुई थी, जिसे 2024 में अन्तिम रूप दिए जाने की आशा है. 

UNEA-6 में क्या दाँव पर लगा है?

यूएन पर्यावरण सभा के छठे संस्करण की थीम बहुपक्षीय पर्यावरणीय समझौतों और उनके ज़रिये जलवायु अराजकता, जैवविविधता हानि और प्रदूषण के तिहरे संकटों का मुक़ाबला करने पर केन्द्रित है.

कोविड-19 महामारी के दौर में विशाल स्तर पर सामाजिक-आर्थिक अनिश्चितताओं और मौजूदा भूराजनैतिक तनावों के बावजूद, पिछले दो वर्षों में पर्यावरण के मोर्चे पर सहयोग में सफलता मिली है.

उदाहरणस्वरूप, 2022 में यूएन महासभा ने एक स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के मानवाधिकार को मान्यता दी, जिससे पर्यावरण व मानवता के लिए देशीय स्तर पर संवैधानिक व क़ानूनी बदलावों के लिए अवसरों को जगह मिली. 

उसी वर्ष ऐतिहासिक कुनमिन्ग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैवविविधता फ़्रेमवर्क को स्वीकृति मिली, जिसके तहत उन 10 लाख जीवों व पौधों की प्रजातियों के संरक्षण के लिए उपाय किए गए हैं, जिन पर विलुप्त होने का जोखिम मंडरा रहा है.

जून 2023 में, संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों ने ‘उच्च समुद्र सन्धि’ (High Seas Treaty) पर हस्ताक्षर किए, ताकि राष्ट्रीय न्याय अधिकार क्षेत्रों से परे भी समुद्री जैवविविधता की रक्षा की जा सके. 

पिछले साल नवम्बर में, दुबई में यूएन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान ‘जलवायु हानि व क्षति’ से जूझ रहे निर्बल देशों के वित्त पोषण पर समझौते को अमली जामा पहनाने की दिशा में अहम प्रगति हुई. 

UNEA-6 के दौरान इन सभी सफलताओं पर चर्चा के लिए एक दिन तय किया गया है, जिसमें सरकारों द्वारा हस्ताक्षरित बहुपक्षीय समझौतों पर, पर्याप्त वित्त पोषण समेत एकजुट कार्रवाई करने पर चर्चा होगी.   

यूएन सभा में ना केवल नए संकल्पों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा, बल्कि उन सभी प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ाने का प्रयत्न होगा, जो पहले से मौजूद हैं. 

यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक इंगेर ऐंडरसन.

यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक इंगेर ऐंडरसन.

यूएन सभा के दौरान किन विषयों को प्राथमिकता मिलेगी?

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की कार्यकारी निदेशक इंगेर ऐंडरसन ने यूएन पर्यावरण सभा के लिए छह मुद्दों को प्राथमिकता के तौर पर चिन्हित किया है:

  • जल की क़िल्लत से निपटना

  • ज़िम्मेदार ढंग से खनन करना

  • बेहतर खनिज प्रबन्धन सुनिश्चित करना

  • जलवायु चेतावनी के लिए टैक्नॉलॉजी को उपलब्ध बनाना

  • पर्यावरणीय कार्रवाई के लिए वित्त पोषण प्रदान करना

  • जैवविविधता पर कुनमिन्ग-मॉन्ट्रियल फ़्रेमवर्क को लागू करना

UNEA-6 से पहले और सभा के दौरान वार्ता में मुख्य रूप से सदस्य देशों द्वारा लाए गए प्रस्तावों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा, और सभा के समापन पर मंत्रिस्तरीय घोषणापत्र को पारित किए जाने की सम्भावना है.

इन प्रस्तावों में साझा चुनौतियों को पहचानना, सम्भावित समाधानों को प्राथमिकता देना और यूएन पर्यावरण कार्यक्रम के कामकाज के लिए प्राथमिकताओं को निर्धारित करना है.

UNEA-6 में 20 प्रस्तावों और दो निर्णयों पर चर्चा होगी, जोकि खनन, मरुस्थलीकरण, ख़तरनाक कीटनाशकों, सौर विकिरण में बदलावों, सूखे के प्रति समुदायों व पारिस्थितिकी तंत्रों की सहनसक्षमता को मज़बूती प्रदान करने समेत अन्य विषयों पर लक्षित हैं.

इंडोनेशिया के बाली में एक प्रवाल भित्ति के पास तैरती एकल-इस्तेमाल वाली प्लास्टिक की थैली.

© Ocean Image Bank/Naja Bertolt

फ़िलहाल इन विषयों पर वार्ता में किस तरह प्रगति होगी?

यूएन पर्यावरण सभा में इन प्रस्तावों को आम सहमति से स्वीकृति दिए जाने की सम्भावना है. असल में इसका अर्थ है कि बैठक में उपस्थित हर देश के पास किसी निर्णय पर वीटो करने का अधिकार होता है.

इसलिए इस सम्मेलन के आरम्भ से पहले कुछ दिनों व हफ़्तों में, प्रतिनिधिमंडल प्रस्तावों के मसौदों की समीक्षा करते हैं और गतिरोध टालने या उससे निपटने की कोशिश करते हैं.

इस क्रम में, वार्ता अक्सर यूएन सभा के सप्ताह तक खिंच सकता है और देर रात तक बन्द दरवाज़ों में बातचीत जारी रह सकती है.

पर्यावरणीय मुद्दों पर विश्व का उच्चतम निर्णय-निर्धारण निकाय, UNEA का लक्ष्य मानवता व प्रकृति के बीच समरसता स्थापित करना, विश्व के सबसे निर्बल व्यक्तियों व समुदायों के जीवन को बेहतर बनाना है. 

यूएन पर्यावरण सभा के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए, यूएन पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा अनेक क़दम उठाए जाएंगे, जिनमें प्रतिभागियों की यात्राओं से होने वाले उत्सर्जनों से हुए नुक़सान की भरपाई के लिए प्रमाणित कार्बन क्रेडिट ख़रीदने समेत अन्य उपाय हैं. 

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