शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India (SCI) की एक डीमर्ज्ड इकाई शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स (Shipping Corporation of India Land and Assets (SCILAL) मंगलवार 19 मार्च, 2024 को टी2टी (T2T) श्रेणी में एक्सचेंजों में कारोबार की शुरुआत करेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, SCILAL को BSE और NSE से अपने प्रत्येक 10 रुपये के 46 करोड़ शेयरों को लिस्ट करने के लिए अंतिम लिस्टिंग और ट्रेडिंग मंजूरी मिल गई है। T2T (ट्रेड-टू-ट्रेड) श्रेणी के तहत, स्टॉक का कारोबार केवल डिलीवरी बेसिस पर किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि जब कोई T2T स्टॉक खरीदता है, तो निवेशक या ट्रेडर को स्टॉक के लिए पूरी राशि का भुगतान करना पड़ता है। इसमें ट्रेड के लिए इंट्रा-डे की अनुमति नहीं है।
SCILAL की स्थापना नवंबर 2021 में SCI की नॉन कोर एसेट्स को होल्ड करने के लिए किया गया था। SCI बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत आती है। अपनी रणनीतिक बिक्री प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, सरकार ने SCI की अचल संपत्तियों – मुंबई में स्थित शिपिंग हाउस, एक 19 मंजिला इमारत और समुद्री प्रशिक्षण संस्थान और SCILAL की कुछ अन्य गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों को अलग कर दिया।
बैलेंस शीट के आंकड़ों से पता चलता है कि 31 मार्च, 2022 तक SCILAL की गैर-प्रमुख संपत्तियों का मूल्य 2,392 करोड़ रुपये था। SCI और SCILAL के अलग-अलग संस्थाओं में विलय को फरवरी 2023 में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा मंजूरी दे दी गई थी।
SCILAL की कुल आय सालाना आधार पर 34 प्रतिशत बढ़कर Q3FY24 में 256 करोड़ रुपये हो गई। जो Q3FY23 में 190 करोड़ रुपये थी। दूसरी ओर मुनाफा एक साल पहले की अवधि में 152 करोड़ रुपये की तरह ही 151 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
इस बीच, SCILAL का कुल खर्च Q3FY24 में सालाना 21 प्रतिशत घटकर 75 करोड़ रुपये हो गया। जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 95 करोड़ रुपये रहा था।
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