नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने मंगलवार को बताया कि वह शेयर और इक्विटी वायदा एवं विकल्प खंड में 18 मई (शनिवार) को विशेष सत्र का आयोजन करेगा। इस पहल का मकसद किसी प्रकार की बड़ी बाधा या विफलता की स्थिति से निपटने को लेकर तैयारियों का आकलन करना है। विशेष ‘लाइव’ कारोबारी सत्र के दौरान प्राथमिक साइट (पीआर) की जगह ‘डिजास्टर रिकवरी’ (डीआर) साइट का उपयोग किया जाएगा। किसी आपात स्थिति के दौरान प्राथमिक ‘डेटा सेंटर’ के उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे और परिचालन को बहाल करने के लिए ‘डिजास्टर रिकवरी साइट’ का उपयोग किया जाता है।
दो ट्रेडिंग सेशन का आयोजन होगा
एनएसई ने कहा कि दो सत्र होंगे। पहला सत्र प्राथमिक साइट (पीआर) से सुबह 9:15 बजे से 10 बजे तक और दूसरा डीआर साइट से सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगा। एनएसई ने कहा, ‘‘शेयर बाजार शनिवार, 18 मई, 2024 को इक्विटी और इक्विटी वायदा एवं विकल्प खंड में ‘प्राथमिक साइट’ से ‘डिजास्टर रिकवरी साइट’ पर कारोबार के दौरान जाने के साथ एक विशेष ‘लाइव’ कारोबारी सत्र आयोजित करेगा।’’ इससे पहले, एनएसई और बीएसई ने दो मार्च को इसी तरह के कारोबारी सत्र आयोजित किये थे। ये सत्र बाजार नियामक सेबी और उनकी तकनीकी सलाहकार समिति के साथ विशिष्ट चर्चाओं के आधार पर आयोजित किये जा रहे हैं।
क्या है इस प्रक्रिया का उद्देश्य?
इसका उद्देश्य शेयर बाजार से जुड़े बुनियादी ढांचा संस्थानों की तैयारियों का आकलन करना और उनके परिचालन को प्रभावित करने वाली किसी भी अप्रत्याशित घटना को संभालना है, जिससे निर्धारित समय के भीतर ‘डिजास्टर रिकवरी’ साइट के जरिये परिचालन बहाल किया जा सके। आमतौर पर, प्राथमिक साइट पर किसी बड़ी समस्या या विफलता की स्थिति में कारोबार की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ‘डीआर साइट’ का उपयोग किया जाता है।