फ्राँस के अनुरोध पर अक्टूबर महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता सम्भाल रहे देश, स्विट्ज़रलैंड ने यह बैठक बुलाई, जिसमें यूएन शान्ति अभियानों के लिए अवर महासचिव ज्याँ पिएर लाक्रोआ और शान्तिनिर्माण व राजनैतिक मामलों की प्रमुख रोज़मैरी डीकार्लो ने प्रतिनिधियों को लेबनान में हालात से अवगत कराया.
अवर महासचिव डीकार्लो ने कहा कि इसराइल और हिज़बुल्लाह लड़ाकों के बीच लड़ाई की वजह से लेबनान में मानवीय आपात हालात पैदा हो गए हैं.
हिज़बुल्लाह ने इसराइली शहरों पर अपने रॉकेट हमले तेज़ कर दिए हैं, वहीं इसराइल ने राजधानी बेरूत और अन्य नगरों में घनी आबादी वाले इलाक़ों को निशाना बनाया है, जिससे व्यापक स्तर पर विध्वंस, विस्थापन और पीड़ा उपजी है.
रोज़मैरी डीकार्लो ने बताया कि दक्षिणी लेबनान में इसराइली ज़मीनी अभियान के कारण, झड़पें हुई हैं और बड़ी संख्या में लेबनानी नागरिकों की जान गई है. पिछले एक सप्ताह में ही 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.
लेबनान में एक-चौथाई से अधिक इलाक़ा अब इसराइली सेना द्वारा जारी किए गए बेदख़ली आदेश के दायरे में है. कुछ मामलों में लोगों को अपने घर छोड़कर जाने के लिए दो घंटे से भी कम समय दिया जा रहा है, अक्सर आधी रात को.
अवर महासचिव डीकार्लो ने सदस्य देशों से आग्रह किया कि 42.5 करोड़ डॉलर की यूएन औचक अपील को समर्थन दिया जाना होगा, जिसे पिछले सप्ताह लेबनान में मानवीय सहायता ज़रूरतों को पूरा करने के इरादे से पेश किया गया था.
युद्ध के कगार पर
शान्तिनिर्माण मामलों की प्रमुख के अनुसार, लेबनान में बढ़ती लड़ाई पर विराम लगाना और रक्तपात को रोकना अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की सामूहिक ज़िम्मेदारी है.
उन्होंने चिन्ता जताई कि पूरा मध्य पूर्व क्षेत्र, ख़तरनाक ढंग से पूर्ण युद्ध के कगार पर पहुँच रहा है. इसे रोकने के लिए चरमपंथियों को इसराइल पर हमले रोकने होंगे, जबकि इसराइली सेना को ज़मीन से अपने सैनिकों को वापिस बुलाना होगा और बमबारी बन्द करनी होगी.
रोज़मैरी डीकार्लो ने कहा कि सभी पक्षों को, अपने पास हथियार रखने के बजाय मेज़ पर कूटनैतिक विकल्पों की तलाश करनी होगी.
यूएन शान्तिरक्षकों के लिए ख़तरा
संयुक्त राष्ट्र में यूएन शान्ति अभियान मामलों के लिए प्रमुख ज्याँ पिएर लाक्रोआ ने कहा कि हिंसक टकराव गहन हो रहा है, हवाई हमलों और टैंक व छोटे हथियारों से गोलाबारी के बीच, लेबनान में यूएन अन्तरिम बल (UNIFIL) के शान्तिरक्षकों के लिए जोखिम है.
उन्होंने गुरूवार को हुई घटना का ज़िक्र किया, जिसमें दक्षिणी लेबनान के नाक़ोरा में UNIFIL मुख्यालय में इसराइली गोलीबारी की चपेट में आने से दो शान्तिरक्षक घायल हो गए.
उन्होंने क्षोभ जताया कि इसराइली सेना ने, यूएन शान्तिरक्षा मिशन के तैनाती स्थल के बिलकुल नज़दीक अपने ठिकाने बनाए हैं, जिसका वह पुरज़ोर विरोध करते हैं.
ज्याँ पिएर लाक्रोआ के अनुसार, सुरक्षा व सलामती कारणों से कुछ शान्तिरक्षकों को अस्थाई रूप से किसी अन्य स्थान पर ले जाया गया है.
उन्होंने इसराइली प्रशासन से UNIFIL को सौंपे गए दायित्व का सम्मान करने, उसके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यूएन परिसर का उल्लंघन ना करने का अनुरोध किया है.
अवर महासचिव लाक्रोआ ने बताया कि दक्षिणी लेबनान में जिन स्थानों पर UNIFIL मिशन की तैनाती है, वहाँ अधिकाँश हिस्सा अब रहने योग्य नहीं बचा है.
इस महीने की शुरुआत से अब तक, इसराइली सैनिकों व हिज़बुल्लाह लड़ाकों के बीच भीषण झड़पें हुई हैं, जिनमें कम से कम 12 इसराइली सैनिकों की जान गई है और कई हिज़बुल्लाह चरमपंथी मारे गए हैं.