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लेबनान: दक्षिणी हिस्से में अहम सेवाएँ ध्वस्त होने के कगार पर, यूएन की चेतावनी

लेबनान: दक्षिणी हिस्से में अहम सेवाएँ ध्वस्त होने के कगार पर, यूएन की चेतावनी

लेबनान के लिए यूएन की विशेष समन्वयक जिनीन हेनिस-प्लाशर्ट ने अपने एक वक्तव्य में बताया कि इसराइल ने दक्षिणी लेबनान के नबातिए शहर को फिर से हमलों में निशाना बनाया.

उनके अनुसार, जिस तरह गोलाबारी की गहनता व दायरा बढ़ता जा रहा है, मानव पीड़ा अभूतपूर्व ऊँचाइयों को छू रही है. इन हमलों में पाँच लोगों के मारे जाने की ख़बर है और मृतकों में नबातिए के मेयर और मानवीय सहायताकर्मी हैं.

विशेष समन्वयक ने कहा कि सैन्य समाधान के ज़रिये, ब्लू लाइन के दोनों ओर सुरक्षा हासिल नहीं की जा सकती है, और ना ही ऐसा होगा. ब्लू लाइन, इसराइल व लेबनान को अलग करने वाली रेखा है, जहाँ पिछले कुछ दिनों में इसराइली सैन्य बलों की गोलीबारी में अनेक शान्तिरक्षक घायल हुए हैं.

जिनीन हेनिस-प्लाशर्ट ने सभी सम्बद्ध पक्षों से गोलीबारी तुरन्त रोकने का आग्रह किया और कहा कि आम नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने और क्षेत्रीय स्थिरता पर केन्द्रित एक कूटनैतिक समाधान निकाला जाना होगा.

लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवीय सहायता अधिकारी इमरान रिज़ा ने इन्हीं चिन्ताओं को दोहराते हुए क्षोभ व्यक्त किया कि पिछले कुछ हफ़्तों में इसराइली हवाई हमलों में तेज़ी आई है, जिससे बड़े पैमाने पर आम नागरिक हताहत हुए हैं, वे विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं और देश भर में व्यापक विध्वंस हुआ है.

मानवतावादी अधिकारी के अनुसार, लेबनान में स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र, अग्रिम मोर्चे पर तैनात सहायताकर्मी, नागरिक सुरक्षा केन्द्र व जल आपूर्ति प्रणाली हिंसक टकराव की चपेट में आए हैं. बताया गया है कि ये सेवाएँ ध्वस्त होने के कगार पर हैं, और ऐसा होने से रोकना होगा.

सीरिया के लिए चुनौती

इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने सचेत किया है कि लेबनान में युद्ध से जान बचाकर सीरिया में शरण लेने वाले लोगों की बढ़ती संख्या से देश के लिए चुनौती बढ़ रही है. यूएन एजेंसी ने सीरिया में मानवतावादी संकट से निपटने के लिए अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता का आग्रह किया है.

WFP के कार्यकारी उप निदेशक कार्ल स्काउ ने कहा कि बमबारी और इसराइली हवाई हमलों से बचने के लिए अब तक दो लाख 60 हज़ार से अधिक लोग सीमा पार करके सीरिया में शरण ले चुके हैं.

सहायता धनराशि की क़िल्लत के कारण, विश्व खाद्य कार्यक्रम को सीरिया में जिन परिवारों के लिए खाद्य सहायता में कटौती करने पर मजबूर होना पड़ा था, वही परिवार अब लेबनान से विस्थापित हुए लोगों की मदद कर रहे हैं.

यूएन एजेंसी ने कहा कि सीरिया में खाद्य सुरक्षा की स्थिति बद से बदतर हो रही है. देश की क़रीब आधी से अधिक आबादी पहले से ही खाद्य असुरक्षा का शिकार है, जिनमें 30 लाख से अधिक गम्भीर स्तर पर भूख से पीड़ित हैं.

वे सीरियाई परिवार, जिनके लिए अपनी गुज़र-बसर कर पाना सम्भव नहीं है, वे लेबनान में लड़ाई से बचकर आने वाले लोगों की मेज़बानी कर रही है, जिससे पहले से ही कठिन हालात और विकट हो रहे हैं.

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