यह हमला जहाँ हुआ वह स्थान, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNIFIL) की सक्रियता वाले इलाक़े से कुछ दूर स्थित है. इस इमारत में अनेक पत्रकारों समेत अन्य मीडियाकर्मी रह रहे थे.
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने शुक्रवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकारों को अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के अन्तर्गत संरक्षण प्राप्त है, मगर जब उन्हें निशाना बनाया जाता है, तो सूचना व अभिव्यक्ति की आज़ादी के हमारे बुनियादी अधिकार भी प्रहार होता है.
“इस हिंसक टकराव में सभी सम्बद्ध पक्षों को अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत अपने तयशुदा दायित्वों का निर्वहन करना होगा.”
उन्होंने बताया कि यूएन शान्तिरक्षकों, उनके तैनाती स्थलों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप रूप से गोलीबारी होने की घटनाएँ हुई हैं, जिससे उनके लिए जोखिम बढ़ा है.
UNIFIL मिशन का दायित्व, इसराइल व दक्षिणी लेबनान को अलग करने वाली रेखा, ब्लू लाइन की निगरानी करना, इसराइली सैनिकों की वापसी सुनिश्चित करना और इस क्षेत्र में लेबनानी सरकार की राजसत्ता को स्थापित करना है.
पिछले कुछ हफ़्तों में यूएन शान्तिरक्षकों के इसराइली सैन्य बलों की गोलीबारी की चपेट में आने की घटनाएँ हुई हैं. यूएन उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने लेबनान में युद्ध पर विराम लगाने और हिंसक टकराव के एक कूटनैतिक समाधान की तलाश करने पर बल दिया.
गम्भीर मानवीय स्थिति
लेबनान में जारी टकराव के बीच, संयुक्त राष्ट्र अपने साझीदार संगठनों के साथ मिलकर देश भर में ज़रूरतमन्दों तक सहायता पहुँचाने के कार्य में जुटा है.
शुक्रवार को, यूएन एजेंसियों और ग़ैर-सरकारी संगठनों के एक मानवतावादी क़ाफ़िले ने नबातिये गवर्नरेट में महत्वपूर्ण राहत सामग्री पहुँचाई है, जिसमें भोजन, स्वच्छता किट व सौर ऊर्जा लैम्प हैं.
वहीं, दक्षिणी लेबनान में, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने क्षतिग्रस्त जल संयंत्रों की मरम्मत के लिए आपूर्ति की है, जिससे साढ़े तीन लाख से अधिक लोगों की मदद होने की सम्भावनाहै.
विश्व स्वास्थ्य संगठन, लेबनान में स्वास्थ्य प्रशासन को सहायता मुहैया करा रहा है, ताकि विस्थापित होने वाले बच्चों को पोलियो, ख़सरे और रुबेला से बचाव के लिए शिविर में टीके लगाए जा सकें.
नहीं रुक रहा विस्थापन
हिंसक टकराव के कारण लेबनान में बड़े पैमाने पर लोगों का विस्थापित होना जारी है और वे सीरिया में भी शरण की तलाश में जा रहे हैं.
एक अनुमान के अनुसार, अब तक लेबनान की सीमाओं के भीतर 8 लाख 33 हज़ार लोग विस्थापित हुए हैं. उनके अलावा, सवा चार लाख से अधिक लोगों ने सीरिया में शरण ली है, जिनमे से अधिकाँश लेबनान में रहने वाले सीरियाई नागरिक हैं.
मंगलवार को लेबनान और सीरिया की सीमा के नज़दीक स्थित मसना चौकी के मुख्य मार्ग पर इसराइली हवाई हमला हुआ था, जोकि तीन हफ़्तों में दूसरी बार होने वाले हमला है. बिगड़ते हालात के कारण इस महत्वपूर्ण मार्ग पर यात्रा करना कठिन हो गया है.