रिजर्व बैंक ने लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) को HDFC बैंक में 9.99 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय बैंक ने 25 जनवरी को चिट्ठी जारी कर यह मंजूरी दी। LIC ने इस सिलसिले में कुछ समय पहले आवेदन दिया था। रिजर्व बैंक ने LIC से कहा है कि कंपनी को बैंक में यह हिस्सेदारी एक साल के भीतर यानी 24 जनवरी 2025 तक यह हिस्सेदारी खरीद लेनी चाहए। इसके साथ ही, एलआईसी (LIC) को यह सुनिश्चित करना होगा कि एलआईसी में HDFC बैंक की हिस्सेदारी 9.99 पर्सेंट से ज्यादा नहीं हो।
रिजर्व बैंक का यह ऐलान HDFC बैंक के शेयरधारकों के लिए पॉजिटिव खबर है। तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद HDFC बैंक के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली थी और यह 52 हफ्ते के लो के आसपास पहुंच गया था। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बिकवाली फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स को लेकर सेबी के एक प्रस्ताव की वजह से है। हालांकि, बैंक का कहना है था कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स द्वारा बिकवाली सेबी की प्रस्तावित गाइडलाइंस की वजह से है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में HDFC बैंक का शेयर 1.41 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,435.30 करोड़ रुपये पर बंद हुआ था, जबकि सेंसेक्स 0.51 पर्सेंट की गिरावट के साथ 70,700.67 पर बंद हुआ। चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में HDFC Bank का नेट प्रॉफिट 16,372.55 करोड़ रुपये रहा। बैंक का बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में नेट प्रॉफिट 12,259 करोड़ रुपये रहा था। तीसरी तिमाही में इस बैंक की ब्याज से आय और मुनाफा अनुमान से बेहतर रहा है।
HDFC बैंक के नतीजे अनुमान से बेहतर रहे। एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक का मुनाफा 12,259.49 करोड़ रुपये रहा था। उसकी कुल आमदनी तीसरी तिमाही में 81,720 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 51,208 करोड़ रुपये रही थी। बैंक का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 39% बढ़कर 17,718 करोड़ रुपये रहा था, जो अक्टूबर-दिसंबर, 2022 में 12,735 करोड़ रुपये रही थी। बैंक की कुल आमदनी 1,15,015 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 54,123 करोड़ रुपये थी।