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राधिका खेड़ा ने थामा BJP का दामन, बोलीं- ‘आज की कांग्रेस, महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं’

Lok Sabha Chunav 2024: कांग्रेस की पूर्व नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन कर ली है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नेता रहीं राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के एक सहयोगी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था और पद से इस्तीफा दे दिया था। 7 मई को उन्होंने दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में सदस्यता ग्रहण की। राधिका खेड़ा ने 5 मई को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद खेड़ा ने दावा किया था कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए उनकी आलोचना इस स्तर तक पहुंच गई कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ हुई घटना में उन्हें न्याय देने से इनकार कर दिया गया। खेड़ा ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने 30 अप्रैल को पार्टी कार्यालय में उनके साथ दुर्व्यवहार किया लेकिन पार्टी नेताओं ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं को कई बार सूचित करने के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला। वहीं इन आरोपों का खंडन करते हुए शुक्ला ने कहा कि खेड़ा की कहानी की पटकथा अरविंदर सिंह लवली (दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रमुख) के कांग्रेस छोड़ने के बाद लिखी गई। उन्होंने सिर्फ ‘विक्टिम कार्ड’ खेला और शुक्ला का इस्तेमाल किया।

‘यह राम विरोधी, हिंदू विरोधी कांग्रेस है…’

बीजेपी में शामिल होने के बाद राधिका खेड़ा (Radhika Khera) ने कहा, ‘रामभक्त होने के नाते, रामलला के दर्शन करने के लिए कौशल्या माता की धरती पर मेरे साथ जिस तरह से दुर्व्यवहार किया गया, अगर मुझे भाजपा सरकार का, मोदी सरकार का संरक्षण नहीं मिला होता तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाती। आज की कांग्रेस, महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं है। यह राम विरोधी, हिंदू विरोधी कांग्रेस है…’

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जिस पार्टी को दिए 22 साल, वही विरोध में

इस्तीफे में खेड़ा ने लिखा, ‘‘हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली बहुत मायने रखती है। रामलला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है, वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए, जहां एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है, क्योंकि अयोध्या में राम लला के दर्शन से खुद को रोक नहीं पाई।’’

उन्होंने कहा,‘मैंने हमेशा दूसरों के न्याय के लिए लड़ाई लड़ी है लेकिन जब खुद के न्याय की बात आई तो मैंने खुद को पार्टी में हारा हुआ पाया। भगवान श्री राम की भक्त और एक महिला होने के नाते मैं बहुत आहत हूं। हां, मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं और अब मैं ऐसा कर रही हूं। मैं अपने और अपने देशवासियों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ती रहूंगी।’’

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