यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने भी सुरक्षा परिषद की बैठक में शिरकत की है, और इस दौरान उन्होंने कूटनैतिक स्तर पर रूसी प्रतिनिधिमंडल के सामने अपनी बात रखी.
महासचिव गुटेरेश ने कहा कि सुरक्षा परिषद का चार्टर पूरी तरह से स्पष्ट है: सभी अन्तरराष्ट्रीय विवादों का निपटारा, शान्तिपूर्ण ढंग से किया जाना होगा.
क्राइमिया पर रूसी आक्रमण एक दशक पहले और फिर शेष यूक्रेन में 2022 में शुरू हुआ. यह “इन सिद्धान्तों का स्पष्ट उल्लंघन है,” और आम नागरिक इसकी एक बड़ी क़ीमत चुका रहे हैं.
यूक्रेन युद्ध शुरू हुए ढाई वर्ष बीत चुके हैं, जिसमें अब तक 11 हज़ार से अधिक आम नागरिकों की जान गई है, हज़ारों अन्य घायल हुए हैं.
“जितने लम्बे समय तक यह त्रासदीपूर्ण युद्ध जारी रहता है, इसके फैलने और भड़कने का जोखिम भी उतना ही अधिक है.”
मृतक आँकड़ा बढ़ता जा रहा है और एक करोड़ यूक्रेनी नागरिकों को अपने घर से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है. “1.5 करोड़ लोगों को मानवीय सहायता की दरकार है, जिनमें से आधे से अधिक संख्या लड़कियों व महिलाओं की है.”
बदतरीन हालात
यूएन प्रमुख न कहा कि अस्पतालों, स्कूलों और सुपरमार्केट पर व्यवस्थागत ढंग से किए जा रहे हमलों से केवल पीड़ा व कष्ट गहरे हुए हैं. बिजली आपूर्ति में कटौती व बुनियादी ढाँचे को पहुँची क्षति से लाखों लोग अंधकार में हैं.
आगामी सर्दी के मौसम से पहले ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों और बिजली कटौती के कारण पाँच लाख से अधिक लोगों के विस्थापित होने की आशंका है.
रूसी नियंत्रण वाले इलाक़ों में स्थित यूक्रेनी परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हालात पर गहरी चिन्ता है, जिसके मद्देनज़र, उन्होंने सभी पक्षों से आग्रह किया है कि अपनी ज़िम्मेदारियों को समझते हुए अस्थिरता फैलाने वाले क़दमों से परहेज बरतना होगा.
महासचिव गुटेरेश ने भरोसा दिलाया कि तमाम मुश्किलों के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र, यूक्रेन में बड़े स्तर पर मौजूद है और मानवीय सहायता आवश्यकताओं में जुटा है.
इस वर्ष, अपने साझेदार संगठनों के साथ मिलकर, 62 लाख से अधिक लोगों तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचाई गई है, मगर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की दरकार है.
यूएन प्रमुख ने यूक्रेन में अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप, सतत व व्यापक स्तर पर शान्ति स्थापना के लिए अपने प्रयासों में तेज़ी लाने की पुकार लगाई और कहा कि यूएन इन सभी प्रयासों को अपना समर्थन देने के लिए तैयार है.