संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता समन्वय कार्यालय UNOCHA ने बताया है कि दोनेत्स्क, दनीप्रो और ख़ेरसॉन क्षेत्रों में, सोमवार को हुए हमलों में बच्चों सहित अनेक ऐसे लोग मारे गए हैं जो लड़ाके नहीं थे.
दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के साथ-साथ, स्कूल और घर भी क्षतिग्रस्त हो गए.
OCHA ने ताज़ा जानकारी में कहा कि 1.46 करोड़ से अधिक लोगों – यानि 40 प्रतिशत आबादी को, इस वर्ष मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने बताया है कि युद्ध ने लगभग 63 लाख यूक्रेनी लोगों को, विदेश चले जाने के लिए भी मजबूर किया है.
ओसीएचए के प्रवक्ता जेन्स लाएर्के ने जिनीवा में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, “यूक्रेन हिंसा के अलावा अब गहरी सर्दी की चपेट में भी है. बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता अभियान जारी रखना उतना ही ज़रूरी है जितना पहले था.”
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 के लिए, क्षेत्रीय शरणार्थी प्रतिक्रिया योजना के साथ-साथ, यूक्रेन मानवीय ज़रूरतें और प्रतिक्रिया योजना, 15 जनवरी को जिनीवा में, एक विशेष कार्यक्रम के दौरान जारी की जाएंगी.
संयुक्त राष्ट्र के मानवता सहायता कर्मियों ने कहा है कि यूक्रेन और पड़ोसी देशों में, सबसे तात्कालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, सदस्य देशों, निजी क्षेत्र और भागीदारों से, क़दम उठाने और निरन्तर समर्थन की आवश्यकता होगी.