फ़रवरी 2022 से लगातार हमलों के कारण, ज़ैपोरिझझिया एवं ख़ारकीव
क्षेत्रों में हवाई हमलों की लगभग 3,500 और दोनेस्तक में लगभग 6,200 चेतावनियाँ जारी हुई हैं.
सर्दी के महीने बच्चों के लिए विशेष रूप से भयावह रहे हैं, हज़ारों लोगों ने ठंडे, नम तहख़ानों में शरण ली है. हमलों में वृद्धि के कारण कई परिवार तापन प्रणाली, पानी और बिजली तक पहुँच से वंचित हो गए हैं.
युद्ध के मनोवैज्ञानिक प्रभाव, बच्चों में बहुत व्यापक हैं.
एक सर्वेक्षण के अनुसार, 13 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों की आधी संख्या, नीन्द से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित है, और औसतन 5 में 1 बच्चे को डरावने सपने आते हैं – जो सदमे के पश्चात तनाव विकार की विशिष्ट अभिव्यक्तियाँ हैं.
14 से 34 वर्ष की आयु के तीन-चौथाई बच्चों और युवाओं ने बताया कि उन्हें भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक सहायता की आवश्यकता है. पूरे यूक्रेन में, माता-पिता ने बच्चों में चिन्ता, अत्यधिक भय, उदासी, स्कूल में ध्यान में कमी, तेज़ आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता और नींद की परेशानियों का उल्लेख किया है.
सर्वेक्षण में शामिल आधे माता-पिता ने यह भी कहा कि इन हालात में, जब उनके बच्चों को उनकी मदद की बहुत ज़रूरत है, वे उनकी सहायता के लिए संघर्ष कर रहे हैं.सर्वेक्षण के अनुसार, यूक्रेन के 40 प्रतिशत बच्चे, सुविधाओं की कमी के कारण लगातार शिक्षा जारी नहीं रख पा रहे हैं.
युद्क्षेत्र के निकट स्थित क्षेत्रों में, स्कूल जाने की उम्र वाले आधे बच्चे शिक्षा तक पहुँचने में असमर्थ हैं.नवीनतम आँकड़ों से पता चलता है कि 2018 की तुलना में 2022 में सीखने के अंतराल का स्तर, पढ़ने में दो साल के नुक़सान और गणित में एक साल के नुक़सान के बराबर है.
दो साल पहले युद्ध बढ़ने के बाद से, यूनीसेफ़, यूक्रेन में बच्चों और परिवारों को मानवीय व अन्य महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने में लगा है.साथ ही, क्षेत्र में यूनीसेफ़, बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण, पोषण सहायता, सुरक्षा, शिक्षा, सुरक्षित पानी और स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा एवं मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता सुनिश्चित कर रहा है.
शरणार्थियों की मेज़बानी करने वाले देशों में, यूनीसेफ़ भागीदारों के साथ मिलकर, शरणार्थी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व अन्य सुविधाएँ प्रदान करते हैं. एक वीडियो.