यूएन प्रमुख के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक की ओर से गुरूवार को एक वक्तव्य जारी किया गया, जिसमें उन्होंने इस हमले की कठोर निन्दा की है.
महासचिव गुटेरेश ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने ध्यान दिलाया है कि आम लोगों और नागरिक प्रतिष्ठानों पर हमले, अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत निषिद्ध हैं, और उन्हें तत्काल रोका जाना होगा.
ख़ारकीव क्षेत्र के एक छोटे से गाँव हरोज़ा में इस हमले से बड़े पैमाने पर जान-माल की क्षति हुई है, जिसकी आबादी लगभग 300 बताई गई है.
‘भयावह तस्वीरें’
यूक्रेन में मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिए यूएन की वरिष्ठ अधिकारी डेनिज़ ब्राउन ने इस हमले पर गहरा क्षोभ प्रकट किया है. उन्होंने बताया कि घटनास्थल से प्राप्त हुई तस्वीरों को देखना एक भयावह अनुभव है.
यूएन अधिकारी ने संयुक्त राष्ट्र और मानवतावादी समुदाय की ओर से शोक संतप्त परिवारों के लिए अपनी संवेदना व्यक्त की है.
“हमारी संवेदनाएँ यूक्रेन के लोगों के साथ हैं, जिन्हें आज एक बार फिर से, रूसी आक्रमण के बर्बर नतीजों को देखना पड़ा है.”
डेनिज़ ब्राउन ने ध्यान दिलाया कि किसी हमले में जानबूझकर आम लोगों या नागरिक प्रतिष्ठानों पर निशाना साधा जाना एक युद्ध अपराध है, चूँकि यह जानते हुए भी हमला किया गया कि यह ग़ैर-आनुपातिक होगा.
यूएन मानवीय राहत एजेंसी ने बताया है कि देश में तैनात मानवीय राहतकर्मी इस हमले में घायल हुए लोगों तक सहायता पहुँचाने के प्रयासों में जुटे हैं.
विशाल मानवीय क़ीमत
इससे पहले, यूएन मानवाधिकार निगरानी मिशन द्वारा बुधवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में सचेत किया गया था कि यूक्रेन के आम नागरिक अपने देश में जारी युद्ध की एक भयावह क़ीमत चुका रहे हैं.
रिपोर्ट बताती है कि फ़रवरी 2022 में रूसी आक्रमण के बाद से अब तक हिंसा में लगभग 10 हज़ार लोग मारे गए हैं और हज़ारो अन्य घायल हुए हैं.
इस वर्ष फ़रवरी और जुलाई महीने के दौरान हर दिन औसतन छह लोगों की मौत हुई और 20 घायल हुए.
यूक्रेन में मानवाधिकार निगरानी मिशन का कहना है कि इस रिपोर्ट के लिए केवल छह महीनों की जानकारी जुटाई गई है, और इसी अवधि में एक हज़ार से अधिक आम नागरिक मारे गए और लगभग चार हज़ार घायल हुए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, रिहायशी इलाक़ों, अहम बुनियादी ढाँचों और अनाज व कृषि सुविधा केन्द्रों पर रूसी मिसाइल हमलों से विध्वंस हुआ और देश भर में भय बरक़रार है.