विश्व

यूएन मुख्यालय में वार्षिक विश्व पंचायत, पृथ्वी की नब्ज़ का जायज़ा

यूएन मुख्यालय में वार्षिक विश्व पंचायत, पृथ्वी की नब्ज़ का जायज़ा

इस दौरान न्यूयॉर्क सिटी के मैनहैटन इलाक़े में स्थित यूएन मुख्यालय तक जाने वाले रास्तों पर कड़ी चौकसी रहेगी, रास्तों पर बड़े अवरोधक लगाए जाएंगे, और सुरक्षा बहुत कड़ी रखी जाएगी.

यूएन महासभा का 78वाँ सत्र 6 सितम्बर को आरम्भ हो चुका है और इस सत्र में 18 सितम्बर को, विभिन्न विषयों पर, अति महत्वपूर्ण बैठकें व सम्मेलन शुरू होंगे. इनमें सबसे महत्वपूर्ण होगी – उच्चस्तरीय जनरल डिबेट जिसमें प्रत्येक देश को, अन्तरराष्ट्रीय महत्ता के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए, समान मंच उपलब्ध होता है.

यूएन महासभा के 78वें सत्र की कुछ प्रमुख झलकियों का एक आकलन:

1. वैश्विक नब्ज़ का जायज़ा

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (दाएँ), यूएन महासभा के 798वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ़्रांसिस से मुलाक़ात करते हुए.

यूएन महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस, त्रिनिदाद और टोबेगो से हैं और वो 19 सितम्बर को, परम्परागत हथौड़े की चोट के साथ, इस वर्ष की वार्षिक उच्चस्तरीय जनरल डिबेट का आरम्भ करेंगे. इस सत्र में, विश्व के नेतागण, विश्वास पुनर्निर्माण और वैश्विक एकजुटता में फिर से जान फूँकने की थीम के तहत, टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति के लिए प्रगति तेज़ करने पर चर्चा करेंगे.

संयुक्त राष्ट्र के तमाम सदस्य देशों और पर्यवेक्षकों को, भव्य महासभागार में, भाषण देने का अधिकार प्राप्त है. 25 सितम्बर तक चलने वाले इस वार्षिक उच्चस्तरीय सत्र में, इन देशों के प्रतिनिधि, शान्ति को आगे बढ़ाने, सुरक्षा और सतत विकास जैसी आपस में गुँथी हुई चुनौतियों के समाधान तलाश करने के सिलसिले में, अपनी बात दुनिया के सामने रखेंगे.

वर्ष 1955 में, 10वीं यूएन महासभा ने एक परम्परा स्थापित की थी, जो आज तक बादस्तूर जारी है. ये परम्परा है कि – यूएन महासभा की उच्चस्तरीय जनरल डिबेट में प्रथम सम्बोधन ब्राज़ील का होता है, जिसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का सम्बोधन होता है. ग़ौरतलब है कि अमेरिका यूएन मुख्यालय के साथ-साथ, तमाम यूएन सदस्य देशों का मेज़बान देश है.

संयुक्त राष्ट्र की विशेष बैठकों और सम्मेलनों का सीधा प्रसारण देखने/सुनने के लिए, यहाँ क्लिक करें, जहाँ हमारे सहयोगी अंग्रेज़ी और फ्रेंच भाषाओं में, संक्षिप्त विवरण उपलब्ध कराते हैं.

2. सतत विकास लक्ष्य (SDG) – एसडीजी सम्मेलन

नाइजीरिया के एक स्कूल में, छात्राएँ, अपनी कक्षा शुरू होने की प्रतीक्षा करते हुए.

© UNICEF/Mackenzie Knowles-Cour

यूएन महासभा के 78वें सत्र में, उच्चस्तरीय सप्ताह के दौरान मुख्य आकर्षण होगा – सतत विकास लक्ष्य सम्मेलन, जो देशों व सरकारों के अध्यक्षों के लिए, 2030 के विकास एजेंडा के क्रियान्वयन पर राजनैतिक नेतृत्व मुहैया कराने के लिए, एक मुख्य मंच होगा. ग़ौरतलब है कि व्यापक दायरे वाली यह वैश्विक कार्रवाई योजना, 17 सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर केन्द्रित है.

18 और 19 सितम्बर को होने वाला एसडीजी सम्मेलन, यूएन महासभा के उच्च स्तरीय सप्ताह का आरम्भ करेगा जिसका उद्देश्य, सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में प्रगति के एक नए दौर का शुभारम्भ करना है. ये प्रगति पिछले कुछ समय के दौरान धीमी हुई है जिसके कारण, एक भविष्योन्मुख राजनैतिक घोषणा-पत्र अपनाना पड़ा है.

2030 का विकास एजेंडा, एक वादा है, गारंटी नहीं. ये एजेंडा वर्ष 2015 में शुरू किया गया था, जिसके बाद अब लगभग आधा समय बीत चुका है और वो वादा, गहरे संकट में है. विकास प्रगति, जलवायु आपदाओं, टकरावों, आर्थिक पतन, और कोविड-19 के अभी तक जारी प्रभावों का सामना कर रही है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का कहना है, “सितम्बर में हो रहा एसडीजी सम्मेलन, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, कार्रवाइयों को तेज़ करने और उनमें नए सिरे से जान फूँकने की ख़ातिर, एकता का एक क्षण होना चाहिए.”

सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की समय सीमा 2030 है. एसडीजी सम्मेलन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

3. जलवायु न्याय, ‘कथनी और करनी’ की परीक्षा

साहसिक जलवायु कार्रवाई की पुकार लगाता एक बोर्ड.

20 सितम्बर को, विश्व नेतागण, जलवायु महत्वाकांक्षा सम्मेलन में, ‘कथनी को करनी’ में तब्दील करने के उपायों पर विचार करेंगे. यह सम्मेलन, बदतर होते जलवायु संकटों का मुक़ाबला करने के लिए, ठोस कार्रवाई करने के आश्वासनों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनैतिक पड़ाव होगा. इस सम्मेलन में त्वरित प्रगति के लिए तीन क्षेत्रों में त्वरित प्रगति पर ध्यान केन्द्रित होगा: महत्वाकांक्षा, विश्वसनीयता, और क्रियान्वयन.

विशाल मुद्दा: दुनिया को भारी उत्सर्जन का उत्पादन करने वाले जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से हटाकर, हरित स्वच्छ ऊर्जा के प्रयोग की तरफ़ कैसे मोड़ा जाए.

यूएन महासचिव की कार्रवाई सूची में, सरकारों, व्यवसायों और वित्तीय नेतागण से, ठोस कार्रवाई को शामिल किया गया है. साथ ही, दुनिया को नवीकरणीय ऊर्जा के प्रयोग की तरफ़ मोड़ने के काम में तेज़ी लाने के लिए, पाँच महत्वपूर्ण क़दम गिनाए गए हैं.

जलवायु कार्रवाई सम्मेलन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

4. कोविड के बाद की एक बेहतर दुनिया को आकार

नाइजीरिया के एक स्वास्थ्य केन्द्र में, एक बच्चे का उपचार.

© UNOCHA/Adedeji Ademigbuji

विश्व नेतागण, भविष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ रास्ते पर भी विचार करेंगे, जिसमें भविष्य की महामारियों का मुक़ाबला करने की तैयारियों सहित, सतत अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करने से लेकर, दुनिया भर की आबादी और पृथ्वी का स्वास्थ्य बेहतर बनाने का व्यापक लक्ष्य भी शामिल होगा.

एक अधिक सुरक्षित विश्व: यूएन महासभा अध्यक्ष और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), देशों और सरकार अध्यक्षों के लिए, महामारी का मुक़ाबला करने की तैयारी के विषय पर एक बैठक आयोजित करेंगे. 20 सितम्बर को होने वाली इस बैठक में, नेतागण से, एक घोषणा-पत्र अपनाने की अपेक्षा है जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर, राजनैतिक इच्छाशक्ति को सक्रिय बनाना है. अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

सर्वजन के लिए स्वास्थ्य: सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल पर एक बैठक 21 सितम्बर को होगी जिसमें कोविड-19 से सीखे गए सबक़ों पर ग़ौर किया जाएगा. साथ ही वर्ष 2030 तक सर्वजन के लिए स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति को तेज़ करने के लिए, साक्ष्य आधारित सिफ़ारिशें की जाएंगी. अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

कथनी को करनी में बदलना: 20 सितम्बर को, विकास के लिए वित्त पर एक उच्च स्तरीय संवाद आयोजित होगा जिसका उद्देश्य, 2015 के अदिस अबाबा कार्रवाई एजेंडा के क्रियान्वयन पर राजनैतिक नेतृत्व व दिशा-निर्देश मुहैया कराना है. ये एजेंडा, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए संसाधनों को सक्रिय बनाने की ख़ातिर एक यूएन फ़्रेमवर्क है.

अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

टीबी महामारी का मुक़ाबला: तपैदिक यानि टीबी का मुक़ाबला करने पर एक उच्च स्तरीय बैठक, 21 सितम्बर को आयोजित होगी, जिसमें वर्ष 2018 के राजनैतिक घोषणा-पत्र में, और सतत विकास लक्ष्यों में निर्धारित किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति के सन्दर्भ में हुई प्रगति की समीक्षा को लागू करना, प्रमुख उद्देश्य होगा. 

अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

5. ‘भविष्य के सम्मेलन’ की लिए तैयारियाँ

भारत में एक माँ, स्कूल बन्द होने के दौरान, अपनी बच्ची को, ऑनलाइन शिक्षा हासिल करने में मदद करते हुए.

21 सितम्बर को ही एक अन्य बैठक होगी जिसमें शिरकत करने वाले प्रतिनिधि, सितम्बर 2024 में होने वाले भविष्य के सम्मेलन के लिए, आधार कार्य तैयार करेंगे.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश चाहते हैं कि इस सम्मेलन में, दुनिया को ना केवल जोखिमों से भरे, बल्कि अवसरों वाले भविष्य के लिए तैयार करने पर एक नई सहमति बने.

देशों के मंत्री, इस सम्मेलन में इस विषय पर विचार करेंगे कि बहुपक्षीय व्यवस्था, उभरते वैश्विक जोखिमों और चुनौतियों से, किस तरह निपट सकती है, और वैश्विक व्यवस्था को मज़बूत करने व उसमें रूपान्तरकारी बदलाव लाने के लिए, ठोस व महत्वाकांक्षी प्रस्ताव पेश कर सकती है.

सदस्य देशों से, कार्रवाई से भरपूर एक भविष्य के लिए एक समझौता किए जाने की अपेक्षा है.

अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

Source link

Most Popular

To Top