मानवतावादी उद्देश्यों के लिए वित्तीय सहायता में कटौती एक ऐसे समय में हो रही है, जब हिंसक टकराव, विस्थापन और मानवीय सहायता मार्ग में अवरोधों की वजह से खाद्य सहायता ज़रूरतों में उछाल दर्ज किया जा रहा है.
यूएन खाद्य एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि यदि सहायता धनराशि तत्काल उपलब्ध नहीं हुई तो सबसे सम्वेदनशील हालात में जीवन गुज़ार रहे, केवल 35 हज़ार लोगों तक सहायता पहुँचाना ही सम्भव होगा.
इनमें पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती व स्तनपान करा रही महिलाएँ और विकलांगजन समेत अन्य व्यक्ति हैं.
1 फ़रवरी 2021 को, म्याँमार की सेना ने लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को सत्ता से बेदख़ल कर दिया था और राष्ट्रपति विन म्यिन्त, स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची समेत सैकड़ों अधिकारियों, राजनैतिक नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया था.
इसके बाद से ही देश, मानवीय व मानवाधिकारों के संकट से जूझ रहा है, जोकि समय बीतने के साथ और अधिक गहन हुआ है.
खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ
म्याँमार में मानवतावादी आवश्यकताएँ व सहायता योजना के अनुसार, देश में फ़िलहाल 1.5 करोड़ से अधिक लोग अपनी न्यूनतम दैनिक खाद्य आवश्यकताओं को पूरा कर पाने में असमर्थ हैं. पिछले साल यह आँकड़ा 1.33 करोड़ था.
इनमें से 23 लाख आपात स्तर पर भूख का सामना कर रहे हैं. नियमित समर्थन के बावजूद, वे परिवार जो पूर्ण रूप से WFP से प्राप्त होने वाली मदद पर निर्भर हैं, उन्हें अक्सर आहार नहीं मिल पाता है. केवल गुज़र-बसर के लिए उन्हें अपना सामान बेचना पड़ा है और वे कर्ज़ के बोझ में हैं.
म्याँमार के लिए WFP के प्रतिनिधि और देशीय निदेशक माइकल डनफ़र्ड ने कहा कि सहायता धनराशि में कटौती का देश भर में सर्वाधिक निर्बल समुदायों पर विनाशकारी असर होगा. इनमे से अनेक परिवार केवल यूएन खाद्य एजेंसी से प्राप्त होने वाले समर्थन पर निर्भर हैं.
“WFP म्याँमार के लोगों का समर्थन करने के लिए हर तरह से प्रतिबद्ध हैं, लेकिन कहीं अधिक मात्रा में तत्काल धनराशि की ज़रूरत है, ताकि ज़रूरतमन्दों तक पहुँचाना जारी रह सके.”
मानवीय सहायता की अपील
इन कटौतियों के वजह से म्याँमार के केन्द्रीय राख़ीन प्रान्त में एक लाख से अधिक, आन्तरिक विस्थापितों पर असर होगा, जिनके पास WFP की मदद के बिना खाद्य सामग्री सुलभ नहीं है. इनमें शिविरों में रह रही रोहिंज्या आबादी भी है.
यूएन एजेंसी के अनुसार, म्याँमार में इस वर्ष जीवनरक्षक खाद्य सहायता पहुँचाने के लिए तुरन्त छह करोड़ डॉलर की धनराशि की आवश्यकता होगी. विश्व खाद्य कार्यक्रम ने अपने साझेदार संगठनों से आग्रह किया है कि म्याँमार में बद से बदतर होते हालात के बीच, अतिरिक्त वित्तीय धनराशि का प्रबन्ध किया जाना होगा.
WFP प्रतिनिधि माइकल डनफ़र्ड ने कहा कि यह ज़रूरी है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय, ज़रूरत की इस घड़ी में म्याँमार के लोगों को ना भुलाए और जीवनरक्षक खाद्य सहायता को शुरू करने के लिए पर्याप्त रक़म जुटाई जाए.
यूएन एजेंसी ने आगामी जुलाई से सितम्बर महीनों के लिए चिन्ता व्यक्त की है, जब उपज की पैदावार नहीं होती है और खाद्य सामान की क़िल्लत हो जाती है. इसके मद्देनज़र, यूएन एजेंसी ने तीन लाख ज़रूरतमन्दों के लिए जीवनरक्षक समर्थन को फिर शुरू करने का लक्ष्य रखा है, जिनके पास इन महीनों में भोजन की व्यवस्था नहीं होगी.
