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मिस्र-ग़ाज़ा: रफ़ाह सीमा चौकी पर, यूएन महासचिव की युद्धविराम पुकार

यूएन प्रमुख का यह दौरा मुस्लिम समुदाय के लिए रमदान के पवित्र महीने में एक ऐसे समय में हो रहा है जब ग़ाज़ा पट्टी में जारी लड़ाई की वजह से क्षेत्र उथलपुथल के दौर से गुज़र रहा है.  

महासचिव गुटेरेश ने अपनी वार्षिक रमदान एकजुटता यात्रा की शुरुआत कई वर्ष पहले, यूएन शरणार्थी एजेंसी के उच्चायुक्त के तौर पर की थी, और उनका उद्देश्य विकट हालात से जूझ रहे मुस्लिम समुदायों की मुश्किलों की ओर ध्यान आकृष्ट करना था. 

यूएन प्रमुख शनिवार को काहिरा पहुँचे हैं, जहाँ वह ग़ाज़ा पट्टी और सूडान में हिंसा पर तुरन्त विराम लगाने और एक मानवतावादी युद्धविराम लागू करने की अपील दोहराएंगे.

अपनी मिस्र यात्रा के दौरान, उनका उत्तरी सिनाई इलाक़े में भी जाने का कार्यक्रम है, जोकि टकराव की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यहाँ वह हिंसा प्रभावितों के साथ एकजुटता दर्शाने के इरादे से ऐल-अरीश अस्पताल का दौरा करेंगे.

साथ ही, उनका ग़ाज़ा पट्टी में रफ़ाह और मिस्र की सीमा पर कार्यरत यूएन मानवतावादी कर्मचारियों से मिलने का कार्यक्रम है, और इस दौरान हिंसक टकराव में फँसे लोगों को पीड़ा से उबारने की रणनीति पर चर्चा होगी. 

वार्षिक रमदान एकजुटता यात्रा

यूएन के शीर्षतम अधिकारी, प्रतीकात्मक एकजुटता के तौर पर सूडान से आए शरणार्थियों के साथ रमदान इफ़्तार में हिस्सा लेंगे, जोकि देश में जारी लड़ाई से अपनी जान बचाने के लिए अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं.

वह शान्ति व स्थिरता की अहमियत को रेखांकित करेंगे, विशेष रूप से रमदान के पवित्र महीने में, और सभी पक्षों से हिंसक टकराव पर विराम लगाने की अपील करेंगे.

यूएन महासचिव का मिस्र के अधिकारियों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम है, जिसमें क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने और संकट निवारण के लिए सहयोग व कूटनैतिक प्रयासों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. 

जॉर्डन में UNRWA कार्यालय का दौरा

मिस्र के काहिरा में अपने कार्यक्रमों के बाद वह जॉर्डन की राजधानी अम्मान में अपनी रमदान एकजुटता यात्रा जारी रखेंगे, जहाँ फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) के केन्द्रों का जायज़ा लेंगे.

इनके ज़रिये सम्वेदनशील हालात व संकटों से जूझ रहे समुदायों को अति-आवश्यक सेवाएँ मुहैया कराई जाती हैं.

अम्मान में महासचिव गुटेरेश, यूएन कर्मचारियों और फ़लस्तीनी शरणार्थियों के साथ रमदान इफ़्तार में शिरकत करेंगे, और मुश्किल समय में करुणा व एकजुटता का सन्देश देंगे. 

उनका जॉर्डन के अधिकारियों से मुलाक़ात करने का भी कार्यक्रम है, जिसमें शान्ति व स्थिरता को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने में सहयोग की भूमिका पर चर्चा होगी.

यूएन प्रमुख ने मिस्र के ऐल अरिश अस्पताल में एक फ़लस्तीनी मरीज़ से मिलकर उनका हाल-चाल जाना.

फ़लस्तीनी परिवारों के साथ मुलाक़ात

यूएन प्रमुख ने शनिवार को फ़लस्तीनी आम नागरिकों और उनके परिवारजन से मिस्र के ऐल अरिश अस्पताल में मुलाक़ात की, और उनकी पीड़ा, व्यथा कथा को सुनना एक बेहद भावुक कर देने वाला अनुभव था.

उन्होंने ग़ाज़ा के पास स्थित रफ़ाह सीमा चौकी पर कहा कि रमदान का महीना, करुणा, सामुदायिक भावना और शान्ति को बढ़ावा देने का समय है.

यूएन प्रमुख ने क्षोभ व्यक्त किया कि इतने महीनों से पीड़ा झेलने के बाद, ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी इसराइली बमबारी और गोलियों के बीच रमदान मना रहे हैं, जबकि उन तक मानवीय सहायता पहुँचाने के प्रयासों में अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है.

“आपके साथ व्रत रखते हुए, मुझे यह जानकर बेहद परेशानी है कि ग़ाज़ा में इतने लोग सही ढंग से इफ़्तार के लिए समर्थ नहीं हैं.”

महासचिव गुटेरेश ने कहा कि ग़ाज़ा में बच्चे, महिलाएँ और पुरुष निरन्तर जारी रहने वाले एक दुस्वप्न में फँसे हुए हैं. समुदाय तबाह हो चुके हैं, घर ध्वस्त हैं, पूरे परिवार व पीढ़ी ख़त्म हो चुकी है और भूख व भुखमरी स्थानीय आबादी का पीछा कर रहे हैं.

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