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मल्टीबैगर शेयर पाने के लिए अपनाना होगा बेवकूफी भरा तरीका: दिग्गज फंड मैनेजर सिद्धार्थ भैया

How to Find Multibagger Stocks: शेयर बाजार में हम सभी की चाहत होती है कि हम अपने पोर्टफोलियो में कुछ मल्टीबैगर्स शेयर जोड़ लें। मल्टीबैगर मतलब वे शेयर, जो कुछ ही समय में आपके पैसे को कई गुना तक बढ़ा देते हैं। अगर ऐसे दो-तीन शेयर मिल जाएं, तो आपकी शेयर बाजार से मोटी कमाई हो सकती है। लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे होते हैं, जो समय से किसी मल्टीबैगर शेयर की पहचान कर पाते हैं। ऐसे ही एक दिग्गज हैं सिद्धार्थ भैया (Siddhartha Bhaiya)। ये एक्विटस इनवेस्टमेंट कंसल्टेंसी (Aequitas Investment Consultancy) नाम की एक पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस फर्म के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ हैं।

मल्टीबैगर शेयर चुनने के मामले में इनका ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा है। इनके पोर्टफोलियो में अवंति फीड्स (Avanti Feeds), अपार इंडस्ट्रीज (Apar industries), गुजरात अंबुजा (Gujarat Ambuja) और जिंदल स्टीनलेस (Jindal Stainless) जैसी कई कंपनियां है, जिन्होंने कई गुना का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। सिद्धार्थ कैसे इन मल्टीबैगर शेयरों को समय रहते पहचान लेते हैं? इनकी क्या रणनीति होती है, इस वीडियो में आज हम इसी बारे में बात करेंगे।

सिद्धार्थ भैया ने मल्टीबैगर खोजने का अपना सीक्रेट फार्मूला यह बताया है कि आप बिल्कुल ही मूर्खतापूर्ण तरीके से शेयर खरीदें और उसी बेकवूफी के साथ शेयर बेच दें। आसाना शब्दों में इसका मतलब है कि धारा के बिल्कुल विपरीत निवेश करना। यानी किसी शेयर को ऐसे समय में खरीदें, जब उसके बारे में बिल्कुल बात न की जा रही हो और शेयर मरा हुआ पड़ा हो। वहीं दूसरी तरफ इसको बेचिए तब, जब आपको लगे की स्थिति बदल गई है और हर दूसरा आदमी अब यह शेयर खरीद रहा है।

सिद्धार्थ ने कहा इसके अलावा मल्टीबैगर रिटर्न पाने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि आप उस शेयर को लंबे समय तक होल्ड कर रखें और बेचे नहीं। उदाहरण के लिए राकेश झुनझुनवाला को देखें, तो उन्हें सबसे ज्यादा फायदा टाइटन के शेयर ने कराया था। टाइटन के शेयरों में कई बार 30% या उससे भी ज्यादा की गिरावट आई, लेकिन उन्होंने फिर भी इसे बेचा नहीं और होल्ड करके रखा।

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सिद्धार्थ ने कहा मल्टीबैगर की पहचान करने का एक अच्छा तरीका यह है कि आप छोटी मार्केट कैप वाली बड़ी कंपनियों की तलाश करें। अपना खुद का रिसर्च करें, अपने आत्म विश्वास को मजबूत बनाएं और तब तक उस स्टॉक को होल्ड करके रखें जब तक कि बाकी बाजार उस स्टॉक को खोज न ले।

सिद्धार्थ से जब वो किस आधार पर स्टॉक्स में निवेश करते हैं, तो उन्हें कहा कि वो पहले सेक्टर्स की तलाश करते हैं, जिसमें ग्रोथ की काफी संभावनाएं हैं। फिर वो सेक्टर्स की उन कंपनियों को देखते हुए हैं, जिनका बिजनेस अच्छा है, लेकिन अभी उनका स्टॉक्स किसी कारण से पिटा हुआ है। यानी वे सस्ते वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहे हैं। सिद्धार्थ ने कहा कि वैल्यूएशन काफी जरूरी है। किसी भी स्टॉक को खरीदते समय उसका वैल्यूएशन जरूर साथ में देखते हैं। साथ में उसकी सेल्स ग्रोथ की संभावनाएं, डिविडेंड का ट्रैक रिकॉर्ड, कंपनी के मैनेजमेंट की क्वालिटी, प्रमोटर की हिस्सेदारी आदि पर भी जरूर नजर डालें।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में कैसे मल्टीबैगर चुनें? इस सवाल पर सिद्धार्थ ने कहा कि वह उन कंपनियों को खोजते हैं, जो अपने सेक्टर्स की लीडर है, लेकिन अभी वह कुछ चुनौतियों से जूझ रही हैं, इसलिए निवेशकों की पसंद से बाहर है। उन्होने कहा वह इसमें से उन कंपनियों को सलेक्ट करते हैं, जिनका कॉरपोरेट गवर्नेंस अच्छा है और समझदार तरीके से अपना कैपिटल एलोकेशन करती है। उन्होंने कहा कि मिड और स्मॉलकैप के लिए हमारा बस यह उद्देश्य रहता है हमने जिस भाव पर स्टॉक खरीदा था, उसका प्रति शेयर आय उससे अधिक होना चाहिए।

अब अंत में सिद्धार्थ भैया के पोर्टफोलियो में शामिल उन शेयरों की बात करते हैं, जिन्होंने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। इसमें सबसे ऊपर अवंति फीड्स है, जिससे उन्हें 130 गुना रिटर्न मिला है। दूसरे नंबर पर अपार इंडस्ट्रीज है, जिससे वह अभी 35 गुना रिटर्न ले चुके हैं। ऐसे ही गुजरात अंबुजा से उन्हें 27 गुना, जिंदल स्टीनलेस से 20 गुना और फिनिलेक्स केबल्स से भी 20 गुना का रिटर्न मिला है।

सिद्धार्थ भैया के एक्विटस इनवेस्टमेंट कंसल्टेंसी की रिपोर्ट कार्ड को आप नीचे देख सकते हैं-

Report card

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