HDFC के साथ मर्जर के बाद HDFC बैंक के होम लोन बिजनेस में विभिन्न चरणों में 18-20 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। बैंक के कंट्री हेड (मॉर्गेज बैंकिंग, होम लोन, LAP) अरविंद कपिल ने यह जानकारी दी है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ने 15 फरवरी को बताया कि मर्जर के बाद से लेकर 31 दिसंबर 2023 तक बैंक ने डबल डिजिट ग्रोथ हासिल की है।
मार्केट शेयर के लिहाज से देखा जाए, तो बैंक के मार्केट शेयर में इंक्रीमेंट्स भुगतान के हिसाब से 18 से 20 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली है। बैंक ने तिमाही आधार पर 3.6 पर्सेंट की ग्रोथ हासिल की थी, जो होम लोन के मामले में HDFC बैंक के समकक्ष बैकों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। बैंक का कहना है कि उसकी मुख्य रणनीति प्रोसेसिंग के टर्नअराउंड टाइम में सुधार करने की है। बैंक ने बताया, ‘मर्जर के बाद उसका टर्नअराउंड टम घटकर लगभग एक तिहाई रह गया है।’
HDFC बैंक ने 4 अप्रैल 2022 को देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी HDFC के साथ मर्जर को लेकर सहमति जताई थी। इस डील की वैल्यू 40 अरब डॉलर थी। प्लान के मुताबिक, मर्जर के जरिये HDFC को HDFC बैंक में 41 पर्सेंट हिस्सेदारी हासिल करनी थी। HDFC बैंक और HDFC लिमिटेड का मर्जर 1 जुलाई 2023 को हुआ था और इस इकाई की एसेट तकरीबन 18 लाख करोड़ रुपये है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 15 फरवरी को HDFC बैंक का शेयर 2.17 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1,414.05 रुपये पर बंद हुआ।