संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने, बुधवार को न्यूयॉर्क मुख्यालय में नियमित प्रैस वार्ता में कहा, “महासचिव का मानना है कि बेरूत के दक्षिणी इलाक़े और तेहरान जो हमले देखे गए हैं, उनमें इस समय एक ख़तरनाक तनाव वृद्धि नज़र आती है.”
“जबकि तमाम प्रयास इस समय, ग़ाज़ा में एक युद्धविराम लागू किए जाने और इसराइली बन्धकों को रिहा कराने, ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता में विशाल वृद्धि और लेबनान व ब्लू लाइन के आर-पार, शान्ति बहाल करने के लिए लगाए जाने चाहिए.”
प्रवक्ता ने कहा, “ऐसा होने के बजाय, हम देख रहे हैं कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति को कमज़ोर करने के लिए प्रयास हो रहे हैं.”
बढ़ता तनाव
इसराइल ने मंगलवार को, लेबनान की राजधानी बेरूत में एक घनी आबादी इलाक़े में हवाई हमला किया, जिसमें कथित रूप से हिज़बुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर फ़ुआद शुक्र को निशाना बनाया गया. मीडिया ख़बरों के अनुसार इस हमले में उनकी मौत हो गई है.
बुधवार सुबह, ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के राजनैतिक नेता इसमाइल हानियेह, कथित रूप में इसराइल के एक हमले में मारे गए हैं.
केवल संयम काफ़ी नहीं
यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा कि महासचिव ने सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरते जाने का आवहान किया है और कहा है कि अलबत्ता यह स्पष्ट है कि इस अत्यन्त संवेदनशील दौर में, केवल संयम बरता जाना ही काफ़ी नहीं है.
प्रवक्ता के अनुसार, यूएन प्रमुख ने सभी पक्षों से मध्य पूर्व क्षेत्र में सभी के लिए, दीर्घकालीन शान्ति व स्थिरता की ख़ातिर, तनाव को कम करने के लिए काम करने का आग्रह किया है.
विशेष दूत की चिन्ता
मध्यूपर्व में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष विशेष दूत टोर वैनेसलैंड ने क्षेत्र में हाल के घटनाक्रम पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है, जिसके उनके शब्दों में, क्षेत्र के लिए दूरगामी गम्भीर परिणाम हो सकते हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया मंचों पर प्रकाशित सन्देशों में संयम बरते जाने और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचे जाने का आहवान किया है जिनसे क्षेत्र में तनाव और भड़क सकता हो.
मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए विशेष दूत ने कहा है कि वह, तनाव को कम करने के प्रयासों के तहत, सभी प्रासंगिक पक्षों के साथ सम्पर्क में हैं, और लक्ष्य स्पष्ट है – क्षेत्रीय तनाव में कमी, जिनमें युद्धविराम और ग़ाज़ा में रखे गए बन्धकों की रिहाई भी शामिल है. साथ ही एक दीर्घकालीन शान्ति के लिए काम करना भी इन प्रयासों में शामिल है.