देश कर्तव्य पथ पर शुक्रवार को 90 मिनट की परेड के दौरान अपनी बढ़ती सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के भव्य प्रदर्शन के साथ 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनायेगा।
देश की महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर केंद्रित इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
सशस्त्र बलों की परेड में मिसाइल, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों जैसे घरेलू हथियारों और सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जायेगा। पहली बार, तीनों सेवाओं का महिला दस्ता देश के इस सबसे बड़े समारोह में शामिल होगा।
पहली बार एक और ऐतिहासिक घटना में, लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा हथियार का पता लगाने वाले ‘स्वाति’ रडार और पिनाका रॉकेट प्रणाली का परेड में नेतृत्व करेंगी।
लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा पिछले साल आर्टिलरी रेजिमेंट में नियुक्त हुई 10 महिला अधिकारियों में से हैं।
परेड की शुरुआत पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय पहली बार 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा शंख, नादस्वरम, नागाडा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाने से होगी।
भारतीय वायु सेना के ‘फ्लाई-पास्ट’ के दौरान लगभग 15 महिला पायलट भी ‘नारी शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करेंगी। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल होंगी।
गणतंत्र दिवस परेड सुबह दस बजकर 30 मिनट पर शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी।
समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘राष्ट्रीय समर स्मारक’ पर जाने से होगी, जहां वह शहीद हुए नायकों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुछ मिनट बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रों ‘पारंपरिक बग्गी’ में पहुंचेंगे।
यह प्रथा 40 साल के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही है।
राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान के साथ ही स्वदेशी बंदूक प्रणाली ‘105-एमएम इंडियन फील्ड गन’ से 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
मंत्रालय के अनुसार ‘105 हेलीकॉप्टर यूनिट’ के चार एमआई-17 चार हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर फूलों की वर्षा करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू के सलामी लेने के साथ परेड शुरू होगी।
परेड की कमान दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार संभालेंगे।
कर्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते के मार्च पास्ट का गवाह बनेगा।
एक बहुउद्देश्यीय टैंकर परिवहन विमान और फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के दो राफेल लड़ाकू विमान सलामी मंच से आगे बढ़ते समय टुकड़ियों के ऊपर से उड़ान भरेंगे।
‘मैकेनाइज्ड कॉलम’ का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय सेना की टुकड़ी 61 कैवेलरी की होगी जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत करेंगे।
टैंक टी-90 भीष्म, नाग मिसाइल प्रणाली, पैदल सेना का लड़ाकू वाहन, हथियार का पता लगाने वाली रडार प्रणाली ‘स्वाति’, ड्रोन जैमर प्रणाली और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रमुख आकर्षणों में से एक होगी।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की टुकड़ी में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल होंगे और इसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर करेंगी।
स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट करेंगी।
समारोह का समापन भारतीय वायुसेना के 46 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ होगा।
वायुसेना के बेड़े में 29 लड़ाकू विमान, सात परिवहन विमान, नौ हेलीकॉप्टर और एक हेरिटेज विमान शामिल होंगे। पहली बार स्वदेश निर्मित तेजस विमान चार विमानों के समूह में उड़ान भरेगा।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 260 से अधिक महिला कर्मी मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसी करतब दिखाकर देश की ‘नारी शक्ति’ का प्रदर्शन करेंगी। परेड के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की नौ झांकियां शामिल होंगी।
जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल होंगी उनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं।
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