दुनियाभर में सबसे ज्यादा क्रिकेट स्टेडियम भारत में पाए जाते हैं। भारत के अलग-अलग स्थानों पर कई तरह की पिच देखने को मिलती है। इसी बीच भारत के एक स्टेडियम में हाईब्रिड पिच लगाई गई है। इस पिच की कई खास बातें हैं। हाईब्रिड पिच की अपनी ही कई खूबियां हैं। इस पिच को भारत के सबसे सुंदर मैदान धर्मशाला स्थित एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम में लगाया गया है। धर्मशाला इस पिच पाने वाला सबसे पहला स्टेडियम बन गया है। ऐसे में आइए आपको इस खास पिच के बारे में कुछ जानकारियां दें।
हाईब्रिड पिच की खासियत
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में भारत की पहली हाईब्रिड पिच का सोमवार को भव्य समारोह में उद्घाटन किया गया। इस समारोह में आईपीएल चेयरमैन अरूण धूमल और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर तथा एसआईएस के इंटरनेशनल क्रिकेट निदेशक पॉल टेलर जैसे क्रिकेट से जुड़े व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। नेचुरल टर्फ और आर्टिफिशियल फाइबर से बनने वाली हाईब्रिड पिच अधिक टिकाऊ होती है। इससे मैदानकर्मियों पर पिच को तैयार करने में कम दबाव होता है और साथ ही खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार करने में भी अधिक समस्या नहीं होती। पिच में सिर्फ पांच प्रतिशत आर्टिफिशियल फाइबर होता है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि क्रिकेट के लिए जरूरी प्राकृतिक विशेषताओं को बचाया जा सके।
पिच को लेकर क्या बोले धूमल
धर्मशाला में लगाए गए इस पिच को लेकर धूमल ने कहा कि इंग्लैंड में लार्ड्स और द ओवल जैसे बड़े वेन्यू में सफलता के बाद हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल से भारत के क्रिकेट में बदलाव आएगा। टेलर ने इस प्रतिष्ठित परियोजना में साझेदारी के लिए एचपीसीए का आभार जताया। हाइब्रिड पिच को स्थापित करने में एक जरूरी भाग यूनिवर्सल मशीन है, जिसे 2017 में एसआईएसग्रास द्वारा विकसित किया गया था और इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट मैदानों में समान पिचें बनाने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आईसीसी ने टी20 और वनडे इंटरनेशनल मैचों में हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल को स्वीकृति दी है और योजना है कि इस साल से इनका इस्तेमाल चार दिवसीय काउंटी चैंपियनशिप में किया जाएगा।
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