मिलिए ईशा से जो एक इंजीनियरिंग स्नातक हैं और वो एक सोमवार को अपनी सुबह अन्य लोगों की ही तरह शुरू करती है — दिन भर लम्बे समय तक कोडिंग करने के लिए तैयार. लेकिन आज, वो एक बड़े सवाल पर विचार कर रही है: क्या मेरी कोडिंग क्षमताएँ कुछ वास्तविक अन्तर ला सकती हैं?
उसी दिन, ईशा को ‘जलवायु सहनसक्षम कृषि पर डेटा’ (DiCRA) संस्था में स्वयंसेवी बनने का अवसर नज़र आता है, जो जलवायु परिवर्तन से सुरक्षित कृषि पर केन्द्रित दुनिया की पहली डिजिटल जनहित पहल है.
UNDP और इसकी साझीदार एजेंसियाँ, ‘कृषि एवं ग्रामीण विकास पर राष्ट्रीय बैंक’, mistEO, और ICRISAT द्वारा संचालित, DiCRA डेटा, दुनिया भर के वैज्ञानिकों तथा नागरिक वैज्ञानिकों को एकजुट करता है.
यह ईशा जैसे युवाओं को अपनी डिजिटल विशेषज्ञता का उपयोग कर एक स्थाई भविष्य को बढ़ावा देने हेतु सशक्त बनाता है.
यह पहल, निर्णयकर्ताओं को जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों के प्रति सहनसक्षम कृषि प्रथाओं की जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
युवजन की भागेदारी के ज़रिए, इस पहल से सभी को लाभ पहुँचता है: युवजन को प्रगति के नए तरीक़े मिलते हैं एवं एक मक़सद प्राप्त होता है, और जटिल समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है.
वे डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपनाने में अग्रणी होते हैं, जिससे 169 सतत विकास लक्ष्यों (SDG) में से 70 प्रतिशत से अधिक लक्ष्यों को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है, और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की लागत को 5.5 करोड़ डॉलर तक कम किया जा सकता है.
यह अनुभव ईशा को, भविष्य में किसानों के समर्थन की एक राष्ट्रीय महत्व वाली पहल में योगदान देने की उपलब्धि की भावना प्रदान करता है.
अलबत्ता यह केवल एक उदाहरण है, लेकिन इससे स्पष्ट होता है कि कैसे युवजन जटिल समस्याओं से निपटने के लिए एकजुट हो सकते हैं, जो सामूहिक कार्रवाई की शुरुआत हो सकती है.
डिजिटल नवाचार
डिजिटल नवाचारों में नए सूचना स्रोत उत्पन्न करने की क्षमता भी होती है. UNDP की Geo AI परियोजना से निकले, यूएन स्वेच्छाकर्मी गुट के 100 युवा स्वयंसेवक, अब ‘वायु प्रदूषण केन्द्रों’ की ‘हाइपरलोकल मैपिंग’ के लिए इसी तरह की तकनीक का उपयोग कर रहे हैं.
यह रोमांचक नया शोध, युवाओं को वायु प्रदूषण से निपटने के लिए, औद्योगिक उत्सर्जन, वाहन उत्सर्जन, बायोमास एवं ठोस अपशिष्ट जलाने जैसे विभिन्न स्रोत बिन्दुओं की पहचान करने में शामिल करता है.
युवजन UNDP की विभिन्न पहलों में स्वयंसेवा के माध्यम से योगदान देते हैं, और UNDP नई एवं नवीन उत्पादों व सेवाओं के साथ बदलाव की दिशा में अग्रसर होने की इच्छा रखने वालों की हरसम्भव मदद करते हैं.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग जैसी नई और उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके, सामाजिक विकास में युवा मानस को समर्थन देना, इस क्षेत्र में नवाचार की अनगिनत सम्भावनाओं का परिचायक है.
उदाहरण के लिए, Youth Co:Lab द्वारा समर्थन प्राप्त एक AI-संचालित सामाजिक उद्यम, Sputnik Brain ने AI-प्रेरित एक ग़ैर-शल्य चिकित्सा न्यूरल इंटरफेस विकसित किया है, जो मस्तिष्क की प्रसन्नता/आमोद प्रणाली को लक्षित करता है.
उम्मीद है इससे तनाव सम्बन्धी समस्याओं के तले दबा 300 अरब डॉलर का बोझ कम हो पाएगा. Sputnik Brain के संस्थापक शंकर श्री कहते हैं, “आइए बायोमार्कर-चालित प्रौद्योगिकी के ज़रिए, मानव पीड़ा को समाप्त करें और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रान्ति लाएँ.”
Youth Co:Lab से एक अन्य प्रेरणादायक उदाहरण है Saral X, जिसे आकाशदीप बंसल और सुनील चौधरी ने विकसित किया है.
Saral X, AI का उपयोग करके छवियों से पाठ, लेआउट, और सैमांटिक जानकारी को निकालकर, विकलांग जन के लिए सुगम्यता सम्बन्धी समाधान प्रदान करता है.
इस पहल के माध्यम से, Saral X ने 2 हज़ार से अधिक लोगों और विभिन्न संगठनों को समर्थन प्रदान किया है, तथा 6 लाख पृष्ठों को सुलभ प्रारूप में बदला है.
डिजिटलीकरण एक रुझान से कहीं अधिक है — यह युवजन के लिए स्थाई प्रगति संचालित करने का एक मार्ग है. वर्तमान में उपलब्ध नवीन उपकरण और विशाल जानकारी युवजन को महत्वपूर्ण पर्यावरणीय, सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव लाने हेतु सशक्त बनाते हैं.
इन डिजिटल मार्गों को अपनाकर, युवजन केवल बदलाव का हिस्सा मात्र नहीं हैं – वे इसका नेतृत्व कर रहे हैं.
तो, आप अपनी कोडिंग क्षमताओं का उपयोग करके दुनिया को कैसे बदलेंगे? अवसर अनन्त हैं, और आकार देने के लिए आपका भविष्य आपके सामने है.