Indian Navy Malta Ship: भारतीय नौसेना ने 18 दिसंबर को तड़के माल्टा के ध्वज वाले एक अपहृत जहाज एमवी रुएन से एक घायल चालक दल के सदस्य को निकाल लिया है। घायल चालक दल के सदस्य को समुद्री डकैती की घटना के दौरान चोटें लगी थीं, लेकिन उसकी हालत स्थिर बताई गई थी। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में आईएन जहाज अपहर्ताओं द्वारा उनकी रिहाई सुनिश्चित करने में सफल रहा।
घायल चालक दल के सदस्य को आईएन जहाज पर चिकित्सकीय रूप से प्रबंधित किया गया था, लेकिन तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता के कारण, जो जहाज के दायरे से परे था, उसे ओमान में तट पर स्थानांतरित कर दिया गया है। भारतीय नौसेना समुद्र में नाविकों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
माल्टा का जहाज का अपहरण होने से मचा था हड़कंप
इससे पहले अरब सागर में माल्टा के एक जहाज का अपहरण हो जाने से हड़कंप मच गया था। इस जहाज में 18 सदस्यीय दल सवार थे। अपहरण की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना अलर्ट हो गई थी और मदद के लिए युद्धपोत भेजा था। अभी कुछ दिनों पहले ही इजरायल के एक जहाज का भी हूतियों ने अपहरण कर लिया था।
जहाज ने भारतीय नौसेना से मांगी थी सहायता
भारतीय नौसेना ने जहाज एम वी रुएन से सहायता मांगे जाने पर इलाके में निगरानी रख रहे समुद्री गश्ती विमान और अदन की खाड़ी में तैनात उसके युद्धपोत को भेजा था। अधिकारियों को अपहरण की कोशिश की सूचना पिछले गुरुवार को मिली थी और भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को घटनास्थल पर अपने मिशन को भेजा था। नौसेना ने कहा कि उसके विमान ने अपहरण किए गए जहाज के ऊपर उड़ान भरी और वह जहाज की गतिविधि की लगातार निगरानी कर रही थी, जो सोमालिया तट की ओर बढ़ रहा था।
अपहृत जहाज के ऊपर भारतीय विमानों ने भरी उड़ान
माल्टा की मदद के लिए भारतीय नौसेना अपहृत जहाज का पता लागने के लिए तत्काल एक्टिव हो गई थी। अधिकारी ने बताया कि समुद्री डकैती को रोकने के लिए अदन की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने भी शनिवार सुबह एमवी रुएन का पीछा किया था। उन्होंने बताया कि पूरी स्थिति पर इलाके में अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर करीबी नजर रखी गई। अधिकारी ने कहा, ‘भारतीय नौसेना अंतरराष्ट्रीय साझेदारों और मित्र देशों के साथ क्षेत्र में सबसे पहले मदद करने और व्यापारी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।