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भविष्य-सम्मेलन से पहले, यूएन मुख्यालय में युवा आवाज़ों की गूंज

भविष्य-सम्मेलन रविवार को आरम्भ होना है, कि मौजूदा व उभरती हुई चुनौतियों पर पार पाने, पुराने हो चुकी अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार लाने का एक अभूतपूर्व अवसर बताया गया है.

इस बैठक से पहले, न्यूयॉर्क मुख्यालय में दो दिनों के लिए ‘कार्रवाई दिवस’ का आयोजन किया गया है, जिसके लिए विश्व भर से युवा कार्यकर्ता न्यूयॉर्क में एकत्र हुए हैं.

युवा मामलों के लिए यूएन के प्रथम सहायक महासचिव फ़िलिपे पॉलियर ने कहा कि भविष्य की शिखर बैठक, एक पीढ़ी में एक बार आने वाला अवसर है, ताकि बहुपक्षीय प्रणाली को नया आकार दिया जाए और इसके केन्द्र में युवा आबादी को रखा जाए.

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा दिन है जब ये स्पष्ट है कि कोई भी एजेंडा हो – जलवायु, शान्ति व सुरक्षा, टिकाऊ विकास या मानवाधिकार – हर तरह से यह युवाओं से जुड़ा हुआ है.

भविष्य की शिखर बैठक

विश्व भर से नेता इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुँच रहे हैं, और इस दौरान एक वैश्विक डिजिटल कॉम्पैक्ट और भावी पीढ़ियों के लिए एक घोषणा-पत्र पर सहमति होने की उम्मीद है.

साथ ही, अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय तंत्र और यूएन सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए प्रस्तावों पर भी चर्चा हो रही है. ये संस्थाएँ आठ दशक पहले स्थापित की गई थीं, जब बहुत से देश औपनिवेशिक शासन का हिस्सा थे.

यमन के युवा कार्यकर्ता अरीज ने बताया कि आज से कई साल बाद जन्म लेने वाले बच्चों का जीवन, अब लिए जा रहे निर्णयों से प्रभावित होगा.

“हम जो कुछ भी आज करेंगे, वो उनकी दुनिया को आकार देगा. चाहे वो दुनिया हिंसक टकराव, निर्धनता या भय से निर्धारित हो, या फिर आशा, सुरक्षा व अवसर से.”

प्रतीकात्मक क़दमों से परे

युवा कार्यकर्ताओं का मानना है कि यूएन मामलों में उनकी हिस्सेदारी को अक्सर प्रतीकात्मक क़दम के रूप में देखा जाता है.

बारबेडॉस युवा विकास परिषद के प्रमुख कैलेब ब्रैथवेट ने महासचिव एंतोनियो गुटेरेश का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका भी मानना है कि मौजूदा बहुपक्षीय व्यवस्था को अतीत की पीढ़ियों ने ही तैयार किया है.

उन्होंने आशंका जताई कि भविष्य के लिए पैक्टर, केवल एक समझौता बनकर रह जाएगा, और इसके बजाय कार्रवाई की आवश्यकता है. इसके लिए, उन्होंने यूएन युवा कार्यालय की दुनिया भर में शाखाएँ खोलने का प्रस्ताव रखा है.

युवा प्रतिभागियों ने क्षोभ जताया कि उनकी आवाज़ों को आयोजनों में जगह तो मिलती है, मगर उन्हें अनसुना कर दिया जाता है.

यूएन प्रमुख ने युवा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए हरसम्भव प्रयास की बात कही.

यूएन प्रमुख ने युवा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए हरसम्भव प्रयास की बात कही.

सुधार के लिए प्रतिबद्ध

यूएन महासचिव ने कहा कि युवाओं को शामिल करने के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही है और इस क्रम में कुछ व्यवस्था भी विकसित की जा रही है, ताकि उनकी आवाज़ को सुना जा सके. मगर, फ़िलहाल बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है.

उन्होंने कहा कि निर्णय-निर्धारण प्रक्रियाओं में युवजन को शामिल करने के लिए अनेक सुधारों की आवश्यकता होगी, जोकि संयुक्त राष्ट्र जैसे अन्तर-सरकारी संगठन में सरल नहीं है.

उनके अनुसार, युवाओं, नागरिक समाज और अन्य हितधारकों को निर्णय-निर्धारण प्रक्रिया में शामिल करना, भविष्य की शिखर बैठक और प्रस्तावित सुधारों के केन्द्र में है.

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