केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार शाम को दावा किया कि अतीत में संसद (Parliament) में “लगभग 40” सुरक्षा उल्लंघन (Security Breach) हुए हैं, जिनमें कुछ मामलों में घुसपैठिए सदन के अंदर बंदूक तक लेकर आ चुके हैं। ये बयान वर्तमान संदर्भ में महत्वपूर्ण है, जब चार लोगों ने संसद की सुरक्षा का उल्लंघन किया, जिनमें से दो ने लोकसभा के अंदर पीले धुएं का इस्तेमाल किया था।
अतीत में कुछ उल्लंघनों की जानकारी देते हुए, शाह ने कहा, “लगभग 40 घटनाएं हुई हैं, जिनमें पर्चे फेंकना, नारे लगाना, पिस्तौल लान या सदन के अंदर कूदना शामिल है। ऐसी कई घटनाएं हुई हैं।”
उन्होंने प्रक्रिया पर रोशनी डालते हुए कहा कि हर बार संबंधित लोकसभा अध्यक्ष ऐसे मामलों का संज्ञान लेते हैं और एक समिति बना कर इसकी जांच कराते हैं। शाह गुरुवार शाम दिल्ली में एक मीडिया कॉन्क्लेव में बोल रहे थे।
विपक्ष कर्नाटक के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है, जिन्होंने आरोपी सागर शर्मा के प्रवेश की अनुमति देने वाले गेट पास पर हस्ताक्षर किए थे। सागर विजिटर गैलरी से लोकसभा में कूद गया था और एक कनस्तर से रंगीन धुआं छोड़ा था, जिसे उसने अपने जूते के अंदर छिपा रखा था।
मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई और कारण 14 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
जबकि शाह ने स्वीकार किया कि एक “चूक” हुई है, उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष “मामले का राजनीतिकरण” कर रहा है।
हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि उच्च स्तरीय समिति चूक के कारण और सदन की सुरक्षा को मजबूत करने के कदमों पर “15-20 दिनों” में अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
शाह ने “खामियों” को स्वीकार करते हुए कहा, “कई बार, घुसपैठिए सुरक्षा में सेंध लगाने के नए तरीके खोजते हैं और कमियां तलाशते हैं। आदर्श स्थिति में, कोई खामी नहीं होनी चाहिए। लेकिन अगर उन्हें कोई मिल जाती है, तो उसे भरना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने अपील की कि इस घटना को “राजनीतिक एजेंडा नहीं बनाया जाना चाहिए।”
ये सुरक्षा उल्लंघन 2001 के संसद हमले की बरसी पर हुआ। तब पांच आतंकवादी परिसर में घुस गए थे, जिसमें आठ सुरक्षाकर्मियों और एक माली की मौत हो गई थी। बुधवार के सुरक्षा उल्लंघन में दिल्ली पुलिस के कम से कम आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
जांच से जुड़े सूत्रों ने News18 को बताया कि आरोपियों ने 14 दिसंबर को उल्लंघन की योजना बनाई थी, लेकिन विजिटर पास जारी करने में एरर के कारण इसे 13 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा के लिए गुरुवार सुबह शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक में भाग लिया।
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर सेल छह आरोपियों से पूछताछ कर रही है। संसद में उल्लंघन के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए चारों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अलावा, आतंकवाद विरोधी कानून – गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाए गए हैं।