देश के विभिन्न अल्पसंख्यक वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले धार्मिक नेता आज संसद में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मिलने के लिए संसद पहुंचे थे। इन धार्मिक नेताओं ने संसद की कार्यवाही भी देखी। विभिन्न धार्मिक नेता इस दौरान पीएम मोदी से काफी प्रभावित नजर आए। सभी नेताओं ने एक स्वर में देश को आगे ले जाने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद कहा। सभी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश फिर से विश्वगुरु बनने के करीब है।
आज देश फिर से ‘विश्वगुरु’ बनने के करीब
नए संसद भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर सभी अल्पसंख्यक धर्मगुरुओं ने कहा कि हमारी जातियां, रीति-रिवाज, धर्म, प्रार्थना पद्धतियां अलग हो सकती हैं लेकिन एक इंसान के तौर पर हमारा सबसे बड़ा धर्म मानवता है। उन्होंने कहा कि हम सभी इसी एक ही देश में रहते हैं, हम सब भारतीय हैं। आइए हम अपने देश को मजबूत करें। हमारा देश हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें मिलकर अपने देश को आगे ले जाना है। नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश फिर से ‘विश्वगुरु’ बनने के करीब है। और ऐसा होने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। नए संसद भवन के ये दृश्य हमारे देश के बदलते समय का प्रमाण हैं।
सभी धर्म एक साथ खड़े हैं
इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन की संस्थापक हिमानी सूद ने बताया कि हम 24 धार्मिक नेताओं के एक दल को नई संसद में ले गए। हम प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति से मिले। उन्होंने कहा कि एक कहानी बनाई जा रही है कि हमारा देश एक नहीं है और वह सभी धर्म एक साथ नहीं खड़े हैं। हम दुनिया को संदेश देना चाहते हैं कि हम एक साथ खड़े हैं, हम अपने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का समर्थन करते हैं और हम एक साथ मिलकर अपने देश को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के लक्ष्य तक ले जाने का प्रयास करते हैं।
पीएम मोदी ने जताई खुशी
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज संसद में धार्मिक नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलकर खुशी हुई। मैं हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर उनके दयालु शब्दों के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। वहीं, धार्मिक नेताओं ने नए संसद भवन का दौरा किया, उसे आशीर्वाद दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए प्रार्थना की।