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पश्चिमोत्तर सीरिया में हिंसा भड़कने से चिन्ता, युद्धविराम की पुकार

पश्चिमोत्तर सीरिया में हिंसा भड़कने से चिन्ता, युद्धविराम की पुकार

पिछले सप्ताह, आतंकवादी संगठन हयात तहरीर अल-शाम और अन्य गुटों ने सीरिया में अलेप्पो, इदलिब और हमा शहरों का रुख़ किया, जिसके बाद लड़ाई में तेज़ी आ गई.

यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने सोमवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमोत्तर सीरिया में हिंसा भड़कने से महासचिव चिन्तित हैं.

हिंसक टकराव में आम नागरिक हताहत हुए हैं, हज़ारों लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे को नुक़सान पहुँचा है.

यूएन प्रवक्ता ने कहा कि आम लोगों व नागरिक प्रतिष्ठानों की रक्षा की जानी होगी और लड़ाई से बचकर भाग रहे लोगों को बचकर निकलने का सुरक्षित रास्ता देना होगा. साथ ही, ज़रूरतमन्द आबादी तक मानवीय सहायता पहुँचाई जानी होगी.

महासचिव ने एक टिकाऊ समाधान की तलाश किए जाने पर बल दिया और यूएन के विशेष दूत गेयर पैडरसन के साथ मिलकर एक व्यापक राजनैतिक समाधान की अहमियत को रेखांकित किया.

उन्होंने कहा कि सीरिया की जनता, एक ऐसे राजनैतिक क्षितिज की हक़दार है, जिसमें एक शान्तिपूर्ण भविष्य को साकार किया जाए, ना कि रक्तपात को.

गहराती पीड़ा

सीरिया में युद्ध अपने 14वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और इससे लाखों ज़िन्दगियाँ व आजीविकाएँ तबाह हुई हैं.

फ़रवरी 2023 में आए भूकम्प, क्षेत्रीय तनाव भड़कने से संकट ने और गम्भीर रूप धारण किया है और आम नागरिक बेहद नाज़ुक परिस्थितियों में जीवन गुज़ार रहे हैं.

लेबनान में लड़ाई की वजह से सितम्बर महीने के बाद से क़रीब पाँच लाख लोगों ने सीरिया में शरण ली थी. वर्ष 2024 में, एक अनुमान के अनुसार, 1.67 करोड़ लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी, जोकि 2011 में युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे अधिक संख्या है.

सहायता कार्यक्रमों पर जोखिम

हिंसा में आए उछाल की वजह से अलेप्पो, इदलिब और हमा में यूएन एजेंसियों को सुरक्षा जोखिमों के कारण अपने सहायता अभियानों पर विराम लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

इस वजह से लाखों लोगों तक अति-आवश्यक राहत सेवाएँ नहीं पहुँच पा रही हैं.

यूएन प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र हालात की समीक्षा करने में जुटा है ताकि जल्द से जल्द मानवीय सहायता अभियान में विस्तार किया जा सके. उनके अनुसार, जो इलाक़े हिंसा से प्रभावित नहीं हैं वहाँ राहत प्रयास अब भी जारी हैं.

ग़ैर-सरकारी संगठन ज़रूरतमन्दों को भोजन, जल, ईंधन, टैंट, स्वच्छता किट और मेडिकल मुहैया करा रहे हैं, जबकि यूएन एजेंसियाँ तुर्कीये से तीन सीमा चौकियों के ज़रिये पश्चिमोत्तर सीरिया में राहत सामग्री पहुँचाने में जुटी हैं.

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