पटना : बिहार में जारी सियासी खेल के बीच सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद भी नीतीश कुमार से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात नहीं हो पा रही है। लालू के मित्र और आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने भी नीतीश से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अभी तक उन्हें भी सफलता नहीं मिली है। शिवानंद तिवारी ने कल नीतीश कुमार से फोन पर समय मांगा था, नीतीश कुमार ने कहा था -बुला लेंगे। लेकिन आज शिवानंद तिवारी इंतजार करते रहे लेकिन नीतीश की तरफ से कोई कॉल नहीं आया।
शिवानंद तिवारी आज भी इंतजार करते रहे
शिवानंद तिवारी ने बृहस्पतिवार को नीतीश कुमार से संपर्क करने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें यह भरोसा दिया गया था कि शुक्रवार को मुलाकात का वक्त मिल जाएगा। लेकिन आज भी नीतीश कुमार से मुलाकात का वक्त उन्हें नहीं दिया गया। इस बीच सूत्रों के मुताबिक आज भी लालू प्रसाद की ओर से नीतीश कुमार से संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन दोनों नेताओं के बीच बात नहीं हो पाई।
कन्फ्यूजन दूर करें नीतीश-मनोज झा
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल नीतीश कुमार से कन्फ्यूजन को दूर करने का आग्रह किया था और कहा था कि इसका असर राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन पर पड़ रहा है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि था कि उन्हें उम्मीद है कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रमुख नीतीश कुमार इन अफवाहों के बीच स्थिति स्पष्ट करें कि वह भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने लोगों के कल्याण के लिए और भाजपा को हराने के लिए मिलकर सरकार बनायी है। व्याप्त भ्रम बिहार में जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। केवल मुख्यमंत्री ही भ्रम को दूर कर सकते हैं। हमें उम्मीद है कि वह आज शाम तक ऐसा करेंगे।’’
कोई कंफ्यूजन नहीं-नीरज कुमार
वहीं मनोज झा के इस बयान पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी तरह का कंफ्यूजन नहीं है। नीतीश कुमार जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री हैं। मैं स्पष्ट तौर पर कह रहा हूं कि नीतीश कुमार न पहले असमंजस में रहते थे और न आज असमंजस में रहते हैं बल्कि सीधे तौर पर फ्रंट फुट पर राजनीति करते हैं।
आरजेडी खेमे में हलचल
इस बीच पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी के सरकारी बंगले पर राजद के वरिष्ठ नेताओं का आना-जाना बढ़ गया है। राजद सूत्रों ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘हमारे साथ नीतीश कुमार ने जो कई साल पहले किया था, वह वैसा दोबारा न कर सकें, इसके लिए हमने कई साल पहले योजना बनायी थी। हमारी पार्टी महागठबंधन का नेतृत्व करती है जो 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में बहुमत के आवश्यक संख्या से केवल 20 कम है। विधानसभा अध्यक्ष हमारी पार्टी के हैं, इसलिए हम संख्या बल जुटा लेंगे।’’ नीतीश कुमार ने 2017 में राजद-कांग्रेस वाले महागठबंधन को छोड़ भाजपा के साथ सरकार बना ली थी और अगस्त, 2022 में भाजपा पर जदयू में फूट डालने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उससे नाता तोड़कर भाजपा विरोधी महागठबंधन में शामिल हो गए थे। (इनपुट-भाषा)