विश्व

निर्धनता और विषमता उन्मूलन के लिए नेलसन मंडेला की प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि

नेलसन मंडेला के जन्म दिवस 18 जुलाई को हर वर्ष अन्तरराष्ट्रीय नेलसन मंडेला दिवस मनाया जाता है और ये दिवस, हर किसी को 67 मिटन का सकारात्मक योगदान करने का अवसर प्रदान करता है, यानि न्याय की ख़ातिर नेलसन मंडेला की लड़ाई के हर वर्ष के लिए एक वर्ष की सेवा.

इस वर्ष इस दिवस की थीम है: निर्धनता और असमानता का मुक़ाबला करना, अब भी हमारे हाथ में है.

नेलसन मंडेला ने, दक्षिण अफ़्रीका में काले लोगों के ख़िलाफ़ गहन अन्यायों और मानवाधिकार उल्लंघनों के विरुद्ध लड़ाई में लगभग तीन दशक जेल में बिताए. दिसम्बर 2013 में उनका निधन हो गया था.

एक चिरस्थाई विरासत

यूएन महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ़्रांसिस ने कहा कि नेलसन मंडेला के क्रान्तिकारी नेतृत्व ने, ना केवल रंगभेद को ख़त्म किया बल्कि वो आज भी गूंज रहा है और दुनिया भर में लोगों को प्रेरित कर रहा है.

यूएन मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में, डेनिस फ़्रांसिस ने कहा, “ उनकी (नेलसन मंडेला) की चिरस्थाई विरासत ने, दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है – और मानवता के सद कार्यों का एक प्रबल साक्ष्य है, जब हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं.”

उन्होंने कहा, “दरअसल हमें बिल्कुल इसी चीज़ की ज़रूरत है, अभूतपूर्व रूप से – विभाजनों, नफ़रत का मुक़ाबला करना और ग़ाज़ा पट्टी, यूक्रेन, सूडान, हेती और दुनिया भर में अन्यत्र ऐसे बढ़ते टकरावों की रोकथाम करना, जिन्हें रोका जा सकता है.”

असमान और विभाजित

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, नेलसन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस पर अपने सन्देश में कहा कि दुनिया असमान और विभाजित है, और खाद्य क़िल्लत व निर्धनता उफान पर हैं.

वैश्विक आबादी का सबसे धनी एक प्रतिशत हिस्सा, पृथ्वी को तार-तार कर रही ग्रीनहाउस गैसों की उतनी मात्रा के लिए ज़िम्मेदार है, जितनी पूरी मानवता का दो-तिहाई हिस्सा ज़िम्मेदार है.

उन्होंने कहा, “ये कोई प्राकृतिक तथ्य नहीं हैं. ये मानवता के चुने हुए विकल्पों का नतीजा है. और हम चीज़ों को अलग तरीक़े से करने का रास्ता चुन सकते हैं.”

यूएन प्रमुख का सन्देश, उप महासचिव आमिना मोहम्मद ने पढ़कर सुनाया, जिन्होंने उनके वक्तव्य को आधार बनाकर, अपने विचार भी पेश किए.

कार्रवाई में नाकामी

संयुक्त राष्ट्र की उप प्रमुख आमिना जे मोहम्मद ने याद करते हुए कहा कि नेलसन मंडेला ने आत्मकथा – Long Walk to Freedom में लिखा था कि निर्धनता, दासता और रंगभेद जैसी कोई प्राचीन बुराई नहीं है. उसके उलट, निर्धनता मानव निर्मित है, जिसका मतलब है कि इनसान ही निर्धनता को दूर भी कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि अभी तक की कार्रवाई पर्याप्त नहीं रही है, जैसाकि टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर हालिया रिपोर्ट में मालूम होता है कि वर्ष 2022 में, दो करोड़ 30 लाख अतिरिक्त लोगों को अत्यन्त निर्धनता में धकेल दिया गया. और पाँच साल पहले की तुलना में, दस करोड़ अधिक लोग खाद्य क़िल्लत की तकलीफ़ का सामना कर रहे थे.

आमिना मोहम्मद ने ज़ोर देकर कहा कि अलबत्ता, सभी तरह के समाचार बुरे नहीं हैं क्योंकि नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने, अधिक से अधिक लोगों को ऑनलाइन पहुँच उपलब्ध कराने, और स्कूली शिक्षा पूरी करने वाली लड़कियों की संख्या में प्रगति दर्ज की गई है.

“मगर कुल मिलाकर, हम जानते हैं कि हम वादों को पूरा करने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों पर आशाओं में नाकाम साबित हो रहे हैं. हम कोविड-19 के लम्बे चलते प्रभावों, बढ़ते टकरावों, भूराजनैतिक तनावों और बढ़ती जलवायु आपदा पर दोष थोप सकते हैं, मगर ये हमारे चुने हुए रास्ते या विकल्प ही हैं जिनके कारण हम इस स्थिति में पहुँचे हैं.”

इस सन्दर्भ में उन्होंने टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की ज़ोरदार हिमायत की.

दक्षिण अफ़्रीका में नेलसन मंडेला मूर्ति का अनावरण

UN Photo/Ariana Lindquist

Source link

Most Popular

To Top