इस साल बैंकिंग शेयरों में खराब प्रदर्शन के कारण बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स में बैंकिंग शेयरों का वेटेज पांच साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की नवीनतम फैक्टशीट के अनुसार, निफ्टी में बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेस के शेयरों का प्रपोशनल वेट 33% तक गिर गया है। जबकि अप्रैल 2023 में यह 38.45% था। इंडेक्स में यह बैंकिंग के वेटेज में 5.45% की महत्वपूर्ण गिरावट है। प्राइवेट सेक्टर के बैंकिंग शेयरों का वेटेज सबसे ज्यादा गिरा है। एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक (HDFC Bank, Kotak Mahindra Bank, Axis Bank and IndusInd Bank) जैसे निफ्टी के दिग्गज शेयरों में पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से गिरावट देखने को मिली है।
बैंक और फाइनेंशियल में दबाव क्यों?
सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने इस पर कहा कि इसकी वजह दिग्गज प्राइवेट बैंकों का नहीं चलना है। इस समय बाजार में HDFC बैंक, कोटक और SBI जैसे हैवी वेट स्टॉक नहीं चल रहे हैं। HDFC बैंक इस साल अब तक 15.5% लुढ़क गया है। UPL के बाद HDFC बैंक का निफ्टी में सबसे खराब प्रदर्शन देखने को मिला है। वहीं ICICI बैंक के अलावा दूसरे प्राइवेट बैंकों में भी निगेटिव रिटर्न नजर आया है। इस साल अब तक बैंक निफ्टी 5% गिरा है।
इस साल अब तक कितना फिसले प्राइवेट बैंकों के स्टॉक्स
यतिन ने आगे कहा कि इस साल अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो HDFC बैंक का शेयर 15.5% तक गिर गया है। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर 5% तक लुढ़क गया है। इसके अलावा एक और दिग्गज बैंक इंडसइंड बैंक में इस साल अब तक 4% की गिरावट नजर आई है। वहीं एक्सिस बैंक के शेयर भी अब तक 4% तक फिसल गये हैं।
ICICI Bank को छोड़कर सभी बैंक कर रहे घाटे में कारोबार
दरअसल, इस साल प्राइवेट सेक्टर के बैंकिंग शेयरों के प्रति सेंटीमेंट्स इतना खराब हो गया है कि आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) को छोड़कर निफ्टी बैंक इंडेक्स के सभी बैंक इस साल घाटे के साथ कारोबार कर रहे हैं।
इस महीने की शुरुआत में भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India (SBI) का तीसरी तिमाही का शुद्ध मुनाफा अनुमान से कम रहा। इससे बैंकों की हालत और भी बदतर हो गई। बैंक ने पेंशन देनदारियों के लिए ज्यादा पैसे की प्रोविजनिंग की थी।
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