UNFCCC के कार्यकारी सचिव साइमन स्टील ने कहा कि हम छोटी-छोटी बातों पर झगड़ करके, बड़ी तस्वीर को अपनी नज़रों से ओझल नहीं होने दे सकते हैं.
उन्होंने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि इस सप्ताह जल्द से जल्द उन मुद्दों को सुलटाना होगा, जिन पर ज़्यादा मतभेद नहीं है, ताकि बड़े राजनैतिक निर्णयों के लिए फिर समय मिल सके.
पिछले सप्ताह सोमवार को बाकू में कॉप29 सम्मेलन आरम्भ हुआ था, जिसका इस वर्ष मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए वित्तीय संसाधनों को मज़बूती देना है.
सम्मेलन की शुरुआत में ही, यूएन के तत्वाधान में एक कार्बन बाज़ार के लिए मानक स्थापित किए जाने पर सहमति बनी, मगर जलवायु वित्त पोषण पर बातचीत धीमी व मतभेदों से भरी है.
साइमन स्टील ने कहा कि झाँसेबाज़ी, मतभेदों को कगार पर ले जाने की प्रवृत्ति और पहले से मंशा बनाकर की गई बातों से मूल्यवान समय ख़राब हो रहा है. साथ ही, एक महत्वाकाँक्षी पैकेज के लिए जिस सदभावना की आवश्यकता है, उसे भी ठेस पहुँच रही है.
उन्होंने क्षोभ जताया कि बहुत कुछ दाँव पर लगा हुआ है, और पहले किसी अन्य पक्ष के क़दम उठाने के इन्तज़ार में समय बीता जा रहा है, और इसे तभी रोका जा सकता है, जब सभी पक्ष एक साथ मिलकर क़दम बढ़ाकर, हमें साझा ज़मीन के नज़दीक ले आएं.
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी कॉप29 सम्मेलन में अब तक हुई धीमी प्रगति पर चिन्ता जताई थी और सचेत किया था कि विकासशील देशों के समक्ष उपजी चुनौतियों के अनुरूप ही वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था की जानी होगी.
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