बीजापुर/सुकमा । लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर सीट के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को कई हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदानकर्मियों को ले जाने की कवायद शुरू कर दी गई। इस सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर और सुकमा जिलों के संवेदनशील इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और मतदान दलों को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बस्तर लोकसभा क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित दोनों जिलों में पूर्व में चुनाव के दौरान सुरक्षाबलों पर नक्सली हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। बीजापुर के जिलाधिकारी अनुराग पांडेय ने बताया कि जिले में आम चुनाव के लिए कुल 245 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से अंदरूनी क्षेत्रों के 99 मतदान केंद्रों को (सुरक्षित स्थानों पर) स्थानांतरित कर दिया गया है। पांडेय ने बताया कि लगभग 76 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा और मतदान से तीन दिन पहले मंगलवार से यह कार्यवाही शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि जो मतदान दल मतदान दिन से पहले अपने गंतव्य पर पहुंचेंगे, वे सुरक्षा बलों के निकटतम शिविर में रहेंगे।
पांडेय ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने बताया कि जिले में लोकसभा चुनाव को देखते हुए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। क्षेत्र में तलाशी और नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसी तरह पड़ोसी सुकमा जिले में भी मतदान दलों को रवाना करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 27 मतदान दलों और ईवीएम मशीनों को हेलीकॉप्टर के जरिए उनके गंतव्यों के लिए भेजा जाएगा।
राज्य की 11 लोकसभा सीट के लिए तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और सात मई को मतदान होगा तथा वोट की गिनती चार जून को होगी। अकेले बस्तर लोकसभा क्षेत्र में पहले चरण में मतदान होगा। जबकि तीन अन्य निर्वाचन क्षेत्र महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर (एसटी) में 26 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं शेष सात लोकसभा क्षेत्रों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ (एसटी), कोरबा, जांजगीर-चांपा (एससी) और सरगुजा (एसटी) में सात मई को अंतिम चरण में मतदान होगा।
इससे पहले रायपुर में मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया था माओवादी खतरे और भौगोलिक क्षेत्रों को देखते हुए तीन लोकसभा क्षेत्रों बस्तर (अनुसूचित जनजाति आरक्षित), कांकेर (एसटी) और महासमुंद में 167 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार बस्तर निर्वाचन क्षेत्र के 156 मतदान केंद्रों पर 919 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा जाएगा। वहीं कांकेर सीट के नौ मतदान केंद्रों और महासमुंद सीट के गरियाबंद क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों पर 84 कर्मियों को भेजा जाएगा। पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय वायुसेना ने छह दिनों के लिए आठ एमआई-17 हेलीकॉप्टर के साथ 404 उड़ानें भरी थीं, जिससे बस्तर संभाग के पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में 853 मतदान दल के सदस्यों को मतदान केंद्र तक पहुंचाया गया था तथा वहां से निकाला गया था।
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