नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालात ये हैं कि न्यूनतम तापमान गिरकर 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसका असर विमान और ट्रेन सेवाओं पर पड़ा है। दोनों में हुई देरी की वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खराब मौसम में इंतजार करने को मजबूर ट्रेन और विमान यात्री
एक यात्री ने ANI को बताया, ‘खराब मौसम के कारण मेरी फ्लाइट दो घंटे से ज्यादा लेट है। हालांकि, हम किसी को दोष नहीं दे सकते। हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते।’
कोहरे के कारण खराब दृश्यता के बीच कई ट्रेनों के लेट होने के कारण यात्रियों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (एनडीआरएस) पर इंतजार करते देखा गया। एक यात्री ने एएनआई को बताया, “मैं केरल जा रहा हूं। मेरी ट्रेन, केरल एक्सप्रेस, निर्धारित समय से 5 घंटे देरी से चल रही है।”
कोहरे पर मौसम विभाग ने क्या कहा?
मौसम विभाग के अनुसार, जब दृश्यता 500 मीटर तक हो तो कोहरे को ‘उथला’ माना जाता है। ‘मध्यम’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 200 मीटर तक रहती है। चूंकि दृश्यता 50 मीटर तक होती है, इसलिए कोहरे को ‘घने’ की श्रेणी में रखा जाता है। जब दृश्यता 50 मीटर से नीचे पहुंच जाती है तो इसे ‘बहुत घने’ की श्रेणी में रखा जाता है।
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को, राजस्थान के श्री गंगानगर, पटियाला, अंबाला, चंडीगढ़, पालम, सफदरजंग (नई दिल्ली), बरेली, लखनऊ, बहराईच, वाराणसी, प्रयागराज और तेजपुर में इस सर्दी के मौसम में पहली बार दृश्यता ‘शून्य’ दर्ज की गई थी।
इस बीच, दिल्ली में ठंड और घने कोहरे के कारण लोगों को अलाव के पास बैठे देखा गया। ठंड से बचने के लिए कई लोगों ने सरकार द्वारा संचालित आश्रय घरों में शरण ली। बता दें कि दिल्ली में रैन बसेरों का उद्देश्य उन बेघर लोगों को आश्रय प्रदान करना है जो सड़कों पर रहते हैं और ठंड में उनके पास जाने के लिए कोई और जगह नहीं है। आश्रय स्थल आश्रय चाहने वालों को कंबल, बिस्तर, गर्म पानी और भोजन देते हैं।
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