इस मानसूनी बारिश व बाढ़ ने भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और अफ़ग़ानिस्तान में भारी तबाही मचाई है.
यूनीसेफ़ ने एक वक्तव्य जारी करके कहा है, “हम दक्षिण एशिया में अत्यन्त गम्भीर मौसम की घटनाओं में प्रभावित हुए बच्चों और परिवारों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.”
यूनीसेफ़ की प्रैस विज्ञप्ति में कहा गया है, “हम इन देशों में 60 लाख से अधिक बच्चों और परिवारों की सुरक्षा और रहन-सहन को लेकर भी बहुत चिन्तित हैं, जिनके या तो घर छूट गए हैं या वो विस्थापित हो गए हैं और जीवित रहने के लिए जद्दोजेहद कर रहे हैं.”
यूए बाल एजेंसी का कहना है कि बाढ़ की गम्भीर स्थितियाँ, बच्चों के स्वासथ्य के लिए गम्भीर जोखिम उत्पन्न करते हैं. बाढ़ों के कारण सुरक्षित जल आपूर्ति बाधित या कमज़ोर होती है. इइससे बीमारियाँ फैलने और डायरिया होने का जोखिम बढ़ता है और अगर इसका उपचार किए बिना छोड़ दिया जाता है तो इससे बच्चों में पानी की कमी और कुपोषण हो सकते हैं.
एजेंसी ने कहा कि अत्यन्त गम्भीर मौसम की ये घटनाएँ, जलवायु परिवर्तन के कारण और सघन और तेज़ हो रही हैं, जो बच्चों की ज़िन्दगियों को बदल रही हैं.
यूनीसेफ़ के बाल जलवायु जोखिम सूचकांक के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान, दक्षिण एशिया के 4 ऐसे देश हैं जहाँ बच्चे, जलवायु आपदा के प्रभावों के अत्यन्त उच्च जोखिम का सामना कर रहे हैं.
एजेंसी ने पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में, बच्चों के लिए आपदा तैयारी और जलवायु सहनक्षमता कार्यक्रम मज़बूत करने के लिए, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से 93 लाख डॉलर की रक़म मुहैया कराने की अपील भी की है.
नेपाल
एजेंसी ने कहा है कि ख़बरों के अनुसार, नेपाल में बाढ़ों और उनसे ज़मीन धँसने की घटनाओं में कम से कम 109 लोगों के मारे गए हैं, जिनमें 35 बच्चे हैं. बहुत से लोग घायल भी हुए हैं.
कम से कम एक हज़ार 580 परिवार प्रभावित हुए हैं.
“यूनीसेफ़, प्रभावित बच्चों और परिवारों को सहायता व समर्थन मुहैया कराने के लिए, नेपाल सरकार और साझीदारों के साथ मिलकर, धरातल पर काम कर रहा है, और लगभग साढ़े चार हज़ार लोगों तक अस्थाई आश्रय, बाल्टियाँ व अन्य बर्तन, जल शुद्धिकरण गोलियाँ और मनोवैज्ञानिक समर्थन मुहैया कराए हैं.”
बांग्लादेश
यूनीसेफ़ के अनुसार बांग्लादेश में मई के बाद से, भीषण बारिश और उससे आई बाढ़ों में, 61 लाख से भी अधिक बच्चों का जीवन, उलट-पलट हो गया है. यूनीसेफ़ प्रभावित परिवारों व बच्चों तक ज़रूरी सहायता पहुँचाने के लिए, सरकार और साझीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
भारत
भारत के असम प्रदेश में जून के बाद से भारी बारिश के कारण तेज़ बाढ़ें आई हैं. इन बाढ़ों ने कम से कम पाँच लाख से अधिक बच्चों और उनके परिवारों की ज़िन्दगियों में उथल-पुथल मचा दी है. बीते सप्ताह ही, 8 हज़ार से अधिक बच्चे राहत शिविरों में रह रहे थे.
यूनीसेफ़ असम प्रदेश की सरकार के साथ मिलकर राहत कार्रवाई में सहयोग दे रहा है.
यूनीसेफ़ ने बताया है कि अफ़ग़ानिस्तान में पूर्वी क्षेत्र में हाल के दिनों में आई बाढ़ में कम से 58 लोगों की मौत हो गई और 1,900 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं. देश के पूर्वी प्रान्तों – बाग़लान और बदख़शाँ में तेज़ गति की बार-बार आई बाढ़ों में लाखों बच्चे प्रभावित हुए हैं. जून में ग़ोर प्रान्त में भी बाढ़ आई थी.
एजेंसी के अनुसार पाकिस्तान में अप्रैल से लेकर अभी तक हुई भारी बारिश और बाढ़ों के कारण, कम से कम 124 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 74 बच्चे भी हैं. मानसूनी बारिश अब देश भर में हो रही है जिसमें और भी अधिक बच्चों की ज़िन्दगियाँ प्रभावित हो रही हैं.
यूनीसेफ़ ने कहा है कि वित्तीय संसाधनों की क़िल्लत के कारण, बाढ़ सहायता अभियानों पर प्रभाव पड़ेगा.