भारतीय तटरक्षक बल ने समुद्र में मछली पकड़ने वाली एक नौका पर आग लगने की घटना और उसके परिणामस्वरूप हुए विस्फोट के बाद गंभीर रूप से झुलसे नौ मछुआरों को बचाया। आईसीजी ने एक बयान में कहा कि पांच अप्रैल को मछुआरों की नौका आग लगने के बाद समुद्र में डूब गई थी।
नयी दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने समुद्र मेंमछली पकड़ने वाली एक नौका पर आग लगने की घटना और उसके परिणामस्वरूप हुए विस्फोट के बाद गंभीर रूप से झुलसे नौ मछुआरों को समय रहते सहायता प्रदान की। आईसीजी ने एक बयान में कहा कि पांच अप्रैल को मछुआरों की नौका आग लगने के बाद समुद्र में डूब गई थी। बयान में कहा गया है कि सभी नौ मछुआरे बचने के लिए पानी में कूद गए लेकिन इस दौरान कुछ गंभीर रूप से झुलस गए।
विस्फोट के कारण क्षतिग्रस्त हुई भारतीय नौका “दुर्गा भवानी” कुछ ही मिनट में डूब गई। बयान के अनुसार पास में मौजूद एक नाव ने आग और विस्फोट के बारे में तटरक्षक जहाज को जानकारी दी, जो जीवित बचे लोगों को लेने के लिए आगे बढ़ा। बयान में कहा गया है कि आंध्र तट पर गश्त पर निकले भारतीय तटरक्षक जहाज वीरा ने तेजी से कार्रवाई करते हुए नौ मछुआरों को बचा लिया।
तटरक्षक बल ने कहा कि आंध्र प्रदेश में पंजीकृत नौका आईएफबी दुर्गा भवानी 26 मार्च को चालक दल के नौ सदस्यों को लेकर काकीनाडा बंदरगाह से रवाना हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि नाव में आग लगी, जिसके परिणामस्वरूप उसमें मौजूद गैस सिलेंडर फट गया। आईसीजी ने कहा कि स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए, आईसीजीएस वीरा जीवित बचे लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तेज गति से आगे बढ़ा और कुछ ही घंटों में स्थान पर पहुंच गया। बयान में कहा गया है, “सभी नौ जीवित बचे लोगों को आईसीजी के जहाज में स्थानांतरित कर दिया गया जहां एक मेडिकल टीम ने उन्हें प्राथमिक उपचार प्रदान किया।
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