विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investors or FPI) ने साल 2024 के जनवरी महीने में भारत के डेट या बॉन्ड बाजार (Debt/Bond Market) में 19,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह पिछले 6 वर्षों में बॉन्ड बाजार में FPI की ओर से किसी एक महीने में किया गया सबसे ज्यादा निवेश है। भारत सरकार के बॉन्ड को जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल करने के ऐलान के बाद से FPI का भारतीय बॉन्ड बाजार के प्रति आकर्षण बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर FPI ने अमेरिका में बॉन्ड पर यील्ड बढ़ने के बीच जनवरी में भारतीय शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये निकाले।
दिसंबर में FPI ने शेयरों में 66134 करोड़ रुपये और नवंबर में 9000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में FPI ने बॉन्ड बाजार में शुद्ध रूप से 19,836 करोड़ रुपये डाले। यह जून 2017 के बाद किसी एक महीने में FPI की ओर से किया गया सबसे ज्यादा निवेश है। जून 2017 में FPI ने बॉन्ड बाजार में 25,685 करोड़ रुपये डाले थे।
दिसंबर में कितना था FPI का बॉन्ड मार्केट में निवेश
इससे पहले दिसंबर में FPI ने बॉन्ड मार्केट में 18,302 करोड़ रुपये, नवंबर में 14,860 करोड़ और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये डाले थे। 2023 में FPI ने शेयरों में 1.71 लाख करोड़ रुपये और बॉन्ड बाजार में 68663 करोड़ रुपये डाले थे। इस तरह पूंजी बाजार में उनका कुल निवेश 2.4 लाख करोड़ रुपये रहा था।
जून 2024 से भारत के बॉन्ड जेपी मॉर्गन के इंडेक्स में
जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह जून 2024 से भारत सरकार के बॉन्ड को अपने बेंचमार्क एमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में शामिल करेगी। इस ऐतिहासिक कदम से इसके बाद के डेढ़ से दो साल में भारत को 20 से 40 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित करने में मदद करेगी।