मार्केट एक्सपर्ट रामदेव अग्रवाल का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों से कंपनियों के प्रॉफिट या ग्रोथ के अनुमानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FIIs) द्वारा बिकवाली का सिलसिला देखने को मिल सकता है। लोकसभा चुनाव के रुझानों के बाद निफ्टी 50 में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली है। यह पिछले 4 साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
सीएनबीसी-टीवी18 के साथ बातचीत में रामदेव अग्रवाल का कहना था कि FIIs भी भारत के स्टॉक मार्केट में बड़े पैमाने पर एंट्री के लिए अवसर तलाश रहे हैं। उनका कहना था कि सच्चा निवेशक इस संकट के दौरान भी बाजार में बना रहेगा। अग्रवाल के मुताबिक, शेयर बाजार में तेजी पर खरीदारी और गिरावट पर बिकवाली समझदारी का फैसला नहीं है। उन्होंने कहा कि 4 जून को शेयर बाजार में आई गिरावट निवेश के जोखिम को सटीक उदाहरण है।
रामदेव अग्रवाल का कहना था कि इस समय सबसे गौर करने वाली बात यह है कि राजनीतिक रूप से इस अस्थिर माहौल में विदेशी निवेशक क्या करेंगे, खास तौर पर ऐसे समय में जब शेयर बाजार में स्थितियां जटिल हैं। उनके मुताबिक, अगर सूचकांकों में अगले कुछ दिनों में 5-10 पर्सेंट की गिरावट होती है, तो बाजार काफी सेहतमंद नजर आएगा।
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