अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने शनिवार को कहा कि चीन की आर्थिक विकास प्रणाली या डेवलपमेंट सिस्टम दुनिया में कई प्रतिस्पर्धी दबाव पैदा कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक व्यापार के विविधीकरण का हवाला देते हुए पिछले साल अमेरिका-चीन द्विपक्षीय व्यापार में हुई भारी गिरावट को एक पॉजिटिव संकेत बताया। भाषा की खबर के मुताबिक, ताई ने बीबीसी से एक इंटरव्यू में बताया कि जब डब्ल्यूटीओ की स्थापना हुई थी, उस वक्त दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं अलग थीं। तब से कई अर्थव्यवस्थाएं बढ़ी हैं।
चीन एक अच्छा उदाहरण
खबर के मुताबिक, चीन इसका अच्छा उदाहरण है। यह 2001 में डब्ल्यूटीओ में शामिल हुआ। उस समय इसकी उपस्थिति आज की तुलना में छोटी थी। ताई ने अबू धाबी में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की बैठक में अपने संबोधन में कहा कि चीन का आर्थिक विकास दुनिया भर में कई प्रतिस्पर्धी दबाव पैदा कर रहा है और संस्था में अब सुधार की जरूरत है। डब्ल्यूटीओ उन दबावों को दूर करने के लिए और अधिक कोशिश कर सकता है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ में उन कॉम्पिटिटिव आर्थिक दबावों का समाधान खोजने की जरूरत है, जिन्हें कई लोग चीन और उसकी विशेष प्रणाली के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में महसूस कर रहे हैं।
अमेरिका-चीन के बीच निर्यात
ताई ने कहा कि 2023 में चीन के साथ अमेरिकी व्यापार में भारी गिरावट एक सकारात्मक घटनाक्रम हो सकता है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अमेरिकी चीनी वस्तुओं का आयात कुल 427 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो 20 प्रतिशत की गिरावट है। चीन को अमेरिकी निर्यात भी 2023 में लगभग चार प्रतिशत घटकर लगभग 148 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया। इसे देखते हुए व्यापार घाटा घटकर 279 अरब डॉलर रह गया। नतीजा यह हो सकता है कि चीन 17 वर्षों में पहली बार अमेरिका को शीर्ष निर्यातक देश का अपना स्थान खो सकता है।
यूएस-चीन व्यापार में सबसे बड़ी गिरावट
साल 1995 में सीमा शुल्क द्वारा अपना रिकॉर्ड शुरू करने के बाद से यह यूएस-चीन व्यापार में सबसे बड़ी गिरावट है और यह गिरावट 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट या 2018-19 में यूएस-चीन व्यापार युद्ध की शुरुआत से भी अधिक है। हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रिपोर्ट दी। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के व्यापार विशेषज्ञ विलियम रेनश ने कहा कि पिछले साल अमेरिका-चीन व्यापार में गिरावट इस बात का संकेत प्रतीत होती है कि दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे से दूर जा रही हैं। लेकिन अगर आप दक्षिण पूर्व एशिया से संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़े हुए आयात को देखें, तो ऐसा प्रतीत होता है कि उस वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा चीनी कंपनियों से आ रहा है।