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ग़ाज़ा: UNRWA का कोई विकल्प नहीं, इसे मज़बूत करने की ज़रूरत, गुटेरेश

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में UNRWA के लिए धन एकत्र करने के लिए हुए एक सम्मेलन के दौरान, एजेंसी के शीर्ष अधिकारी फ़िलिपे लज़ारिनी के साथ, प्रैस को सम्बोधित करते हुए, यह पुकार लगाई.

उन्होंने इस मौक़े पर, ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी आबादी के सामने दरपेश अनगिनत चुनौतियों का भी ज़िक्र किया, जिन्हें भीषण तबाही और मृत्यु के वातावरण में, मानव पिनबॉल की तरह यहाँ से वहाँ जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह करते हुए कहा, “निराशा व हताशा, अस्थिरता की सबसे बड़ी साथी हैं.”

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि UNRWA एक ऐसी ऐसी एजेंसी है जो समस्याग्रस्त पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में, अपने कामकाज के ज़रिए, लोगों को उम्मीद और स्थिरता मुहैया कराने में बहुत बड़ी भूमिका निभा रही है.

UNRWA मध्य पूर्व के अनेक देशों में लगभग 59 लाख फ़लस्तीनी शरणार्थियों को, अति महत्वपूर्ण सेवाएँ मुहैया करा रही है जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाएँ भी शामिल हैं. साथ ही इन सेवाओं के लाभान्वितों में महिलाएं, बच्चे और विकलांग जन जैसे कमज़ोर समूह भी हैं.

एजेंसी, 58 शरणार्थी शिविरों का भी संचालन करती है, जो जॉर्डन, लेबनान, सीरिया, ग़ाज़ा पट्टी, और पूर्वी येरूशेलेम सहित पश्चिमी तट में, लगभग 16 लाख लोगों की आपात ज़रूरतों को पूरा करते हैं.

UNRWA के लिए दान जुटाने का वास्ते ये वार्षिक सम्मेलन, यूएन महासभा की देखरेख में आयोजित किया जाता है जिसके ज़रिए इस एजेंसी के सहायता अभियानों के लिए चन्दा एकत्र किया जाता है.

इस वर्ष हालात भिन्न हैं

अलबत्ता, इस वर्ष यह सम्मेलन बिल्कुल भिन्न परिस्थितियों के बीच हुई है.

ग़ाज़ा, भीषण युद्ध के कारण लोगों के लिए भयानक तकलीफ़ों का स्थान बनकर रह गया है जिसमें हर रोज़ सैन्य बमबारी और गोलाबारी हो रही है.

मौजूदा युद्ध, 7 अक्टूबर को हमास और कुछ अन्य फ़लस्तीनी चरमपंथियों द्वारा इसराइल के दक्षिणी हिस्से में किए गए एक आतंकी हमले के बाद भड़का है, जिसमें ग़ाज़ा पर इसराइल के भीषण सैन्य हमलों ने जानमाल की भारी तबाही की है.

हमास के हमलों में 1,200 से अधिक इसराइली मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को बन्धक बना लिया गया था. ग़ाज़ा में पिछले 9 महीनों के दौरान इसराइली हमलों में 38 हज़ार से अधिक फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं और 88 हज़ार से अधिक घायल हुए हैं.

 

…जारी…

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