पूर्वी भूमध्यसागर क्षेत्र के लिए यूएन स्वास्थ्य संगठन के कार्यालय की निदेशक डॉक्टर हनान बाल्ख़ि ने मिस्र की राजधानी काहिरा में पत्रकारों को युद्धग्रस्त क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े और लेबनान के अलावा सूडान व अन्य देशों में हालात से अवगत कराया.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हिंसक टकराव में तेज़ी आने की आशंका सच साबित हुई है, और इस वजह से मध्य पूर्व क्षेत्र में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं.
“हम क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े, लेबनान और सूडान में तुरन्त, सतत युद्धविराम लागू किए जाने और बेरोकटोक जीवनरक्षक सहायता मुहैया कराए जाने की अपील करते हैं.”
खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उत्तरी ग़ाज़ा में अकाल का आसन्न संकट है, जहाँ संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने परिस्थितियों को विनाशकारी क़रार दिया है. उनके अनुसार, यहाँ हालात में ज़रा भी बदलाव नहीं आया है बल्कि वो और ख़राब हुए हैं.
“अनवरत हिंसा के बीच, हम अस्पतालों में कामकाज जारी रखने और विशेषीकृत उपचार की ज़रूरत वाले मरीज़ों को बाहर भेजने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी और साझेदार संगठनों ने 90 मरीज़ों और 139 तिमारदारों को संयुक्त अरब अमीरात व रोमानिया के लिए रवाना किया है.
पिछले तीन सप्ताह में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने साझेदारों के साथ मिलकर, उत्तरी ग़ाज़ा में सात मिशन पूरे किए हैं, जिनमें पाँच कमाल अदवान अस्पताल के लिए थे. अनेक अन्य मिशन रवाना किए जाने की योजना थी, मगर उन्हें अनुमति नहीं मिल पाई.
अस्पतालों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को जारी रखने के लिए चिकित्सा सामान की भी आपूर्ति की गई है. एक मिशन के दौरान, भीषण बमबारी के बीच यूएन टीम ने ज़रूरी सामग्री को अस्पताल तक पहुँचाया. संगठन ने दोहराया है कि ग़ाज़ा पट्टी में वास्तव में कोई स्थान सुरक्षित नहीं है.
UNRWA का कोई विकल्प नहीं
डॉक्टर हनान बाल्ख़ि ने कहा कि ग़ाज़ा पर कोई भी चर्चा, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) का उल्लेख किए बग़ैर पूरी नहीं हो सकती है, जोकि वहाँ अति-आवश्यक सेवाओं को पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
“जैसाकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने ज़ोर दिया है, UNRWA का कोई विकल्प नहीं है.”
“मैं इस क्षण UNRWA स्टाफ़ के समर्पण का सम्मान करना चाहती हूँ, स्वास्थ्य व मानवतावादी पेशेवरों ने अकल्पनीय परिस्थितियों में अपने समुदायों के लिए अथक प्रयास किए हैं.”
“क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े में हमारा काम और अन्य साझेदार संगठनों काम उनके बिना सम्भव नहीं हो सकता था.”
विस्थापन केन्द्र का दौरा
इस बीच, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता व पुनर्निर्माण मामलों के लिए यूएन समन्वयक सिगरिड काग ने शनिवार को पश्चिमी ग़ाज़ा सिटी में UNRWA द्वारा संचालित एक विस्थापन केन्द्र का जायज़ा लिया.
यूएन की वरिष्ठ अधिकारी ने युद्ध के कारण विस्थापित हुए परिवारों, बच्चों से मुलाक़ात की, और मेडिकल उपचार पाने की कोशिश कर रहे परिवारों से बातचीत की.
उन्होंने ग़ाज़ा सिटी में ईसाई उपासना स्थलों, ऑर्थोडॉक्स चर्च व लातिन मोनेस्ट्री चर्च का भी दौरा किया, जहाँ अनेक विस्थापित परिवारों ने शरण ली हुई है.