विश्व

ग़ाज़ा संकट पर यूएन महासभा का आपात सत्र पुनः आरम्भ

यूएन महासभा में, ग़ाज़ा में युद्धविराम की मांग करने वाले प्रस्ताव के मसौदे के 21 सह प्रायोजक देश हैं और उसमें दो संशोधनों की पेशकश भी की गई है.

यूएन महासभा के इस आपात सत्र में, 79 वक्ताओं को अपनी बात कहने की व्यवस्था की गई है और ये सत्र मंगलवार से भी आगे जारी रहने की सम्भावना है.

महासभा की ये आपात बैठक इस पृष्ठभूमि में हो रही है कि ग़ाज़ा संकट पर शुक्रवार को, यूएन सुरक्षा परिषद में तत्काल एक मानवीय युद्धविराम लागू करने, हमास के क़ब्ज़े में सभी बन्धकों को बिना शर्त व तत्काल रिहा किए जाने और मानवीय सहायता की पहुँच सुलभ बनाए जाने की मांग वाला एक मसौदा प्रस्ताव, अमेरिका द्वारा वीटो किए जाने के कारण, पारित नहीं हुआ था.

उस प्रस्ताव के समर्थन में 13 सदस्यों ने मतदान किया, ब्रिटेन मतदान से बाहर रहा और संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने वीटो अधिकार का प्रयोग किया.

सुरक्षा परिषद का वो सत्र, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश द्वारा यूएन चार्टर के अनुच्छेद-99 को लागू किए जाने पर बुलाया गया था.

अनुच्छेद-99 को, विश्व शान्ति व सुरक्षा के लिए ख़तरा दरपेश होने के सन्दर्भ में कार्रवाई करने के मामले में, यूएन महासचिव के पास सबसे शक्तिशाली औज़ार समझा जाता है.

महासचिव एंतोनियो गुटेेरश ने, अनुच्छेद-99 का सहारा लेते हुए, सुरक्षा परिषद से, युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में, मानवीय त्रासदी को रोकने के लिए कार्रवाई करने की पुकार लगाई थी.

Source link

Most Popular

To Top