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ग़ाज़ा युद्ध के लेबनान में भी निर्बल जन व बच्चों पर भीषण प्रभाव

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने ग़ाज़ा में युद्ध को तत्काल रोके जाने की पुकार दोहराई है जिसने लेबनान में हिज़बुल्लाह संगठन और इसराइली सेना के दरम्यान भी युद्धक घटनाओं में तेज़ी ला दी है.

यूनीसेफ़ ने आगाह किया है कि इसराइल के हवाई हमले लेबनान के काफ़ी अन्दरूनी इलाक़ों में भी ठिकानों को निशाना बना रहे हैं, जिनमें अभी तक 344 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 8 बच्चे और किशोर हैं.

यूनीसेफ़ के प्रवक्ता जेम्स ऐल्डर ने कहा है कि इन घटनाक्रमों में अनेक बच्चे हताहत होने के अलावा, लगभग 30 हज़ार बच्चे अभी तक विस्थापित हो चुके हैं. 

ग़ाज़ा में 7 अक्टूबर को युद्ध भड़कने के बाद, हिज़बुल्लाह ने इसराइल के उत्तरी इलाक़े में हमले बढ़ाए और इसराइल ने भी लेबनान में हवाई हमलों में वृद्धि की है.

यूनीसेफ़ प्रवक्ता जेम्स ऐल्डर ने कहा कि एक स्थाई युद्धविराम बहुत अनिवार्य है, और युद्धविराम के बिना, लेबनान एक पूर्ण स्तर के युद्ध की चपेट में आने के जोखिम में है. 

अगर ऐसा हुआ तो देश के लिए लगभग 13 लाख बच्चों के साथ-साथ क्षेत्र के सभी बच्चों के लिए हालात बहुत विनाशकारी होंगे.

यूएन बाल एजेंसी के अधिकार ने बताया कि लेबनान के भीतर एक महत्वपूर्ण जल आपूर्ति ढाँचा अब पूरी तरह तबाह हो चुका है, जिसके कारण लगभग एक लाख लोग, पीने के स्वच्छ पानी से वंचित रह गए हैं.

लगभग 4 हज़ार लोगों को सेवाएँ मुहैया कराने वाली, क़रीब 23 स्वास्थ्य सेवाओं को भी, हिंसा के कारण बन्द करना पड़ा है.

विस्थापितों के सामने भीषण क़िल्लत

यूएन एजेंसियों का कहना है कि मौजूदा युद्धक गतिविधियाँ शुरू होने से पहले भी, लेबनान गम्भीर आर्थिक संकट से जूझ रहा था, जिसे कोविड-19 स्वास्थ्य आपदा और लगातार जारी राजनैतिक स्थिरता ने और भी गम्भीर बना दिया था. इन परिस्थितियों के कारण, लेबनान की लगभग आधी आबादी ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन जीने को विवश है.

यूनीसेफ़ की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान में रहने वाले लगभग दस लाख सीरियाई शरणार्थी, और भी निर्बल हालात का सामना कर रहे हैं, जिनमें औसतन 10 में से 9 लोग यानि 90 प्रतिशत शरणार्थी, “अत्यन्त गम्भीर निर्धनता” में जीवन जी रहे हैं.

यूएन एजेंसियाँ, लेबनान में 2019 में शुरू हुए आर्थिक संकट से उबरने में परिवारों को, अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करती रही हैं, और उन परिवारों का एक बार फिर सबकुछ खो गया है.

 

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