यूएन मानवतावादी कार्यालय (OCHA) के प्रवक्ता येन्स लार्क ने जिनीवा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ा झटका है. इन लोगों पर गोलियाँ चलाई गईं थी.
“सामान्य तौर पर हमारे लिए शब्द ढूंढ पाना कठिन नहीं होता, और हम प्रवक्ता हैं, मगर कभी-कभी हमारे लिए उन्हें ढूंढना मुश्किल होता है. यह वैसी ही एक घटना है.”
ताल-अस-सुलतान के पास बचाव दल ने एक वीडियो फ़ुटेज जारी की, जिसमें बुरी तरह क्षतिग्रस्त एक यूएन वाहन, ऐम्बुलेंस और एक अग्निशमन ट्रक को देखा जा सकता है. बताया गया है कि इसराइली सेना ने इन वाहनों को चकनाचूर करने के बाद मिट्टी में दफ़ना दिया था.
राफ़ाह मिशन
इन राहतकर्मियों को दक्षिणी ग़ाज़ा के राफ़ाह इलाक़े में 23 मार्च को घायल व्यक्तियों को उपचार देने के इरादे से रवाना किया गया था, जहाँ वे इसराइली सैनिकों की गोलीबारी की चपेट में आ गए.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, फ़लस्तीनी रैड क्रेसेन्ट सोसाइटी, फ़लस्तीनी नागरिक प्रतिरक्षा दल और संयुक्त राष्ट्र के इन मानवीय सहायताकर्मियों की स्पष्ट पहचान की जा सकती थी.
पाँच ऐम्बुलेंस, एक अग्निशमन ट्रक और स्पष्टता से चिन्हित एक यूएन वाहन पर इसराइली बलों की गोलीबारी हुई है, जिसके बाद उनसे सम्पर्क टूट गया था.
कई दिनों तक OCHA ने घटनास्थल पर पहुँचने की कोशिश की, मगर पाँच दिन बाद ही इसकी अनुमति दी गई. फ़लस्तीनी रैड क्रेसेन्ट सोसाइटी ने इन मौतों पर रविवार को गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि उनका एक कर्मचारी अब भी लापता है.
408 सहायताकर्मियों ने गँवाई जान
एक सप्ताह तक चलाया गया यह अभियान रविवार, 30 मार्च, 15 मानवीय सहायताकर्मियों के शवों को बरामद किए जाने के साथ समाप्त हुआ: आठ फ़लस्तीनी रैड क्रेसेन्ट सोसाइटी के कर्मचारी, छह फ़लस्तीनी सिविल डिफ़ेंस के कर्मचारी और फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) का एक कर्मचारी.
अभी तक प्रापत जानकारी के अनुसार, इसराइली सैन्य बलों द्वारा पहली टीम को मार दिया गया था, जिसके बाद के घंटों में अन्य आपात व सहायता दल सिलसिलेवार ढंग से निशाना बने, जब वे अपने लापता सहकर्मियों को ढूंढने के लिए वहाँ पहुँचे.
UNRWA के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को ग़ाज़ा युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 408 मानवीय सहायताकर्मियों की जान जा चुकी है, जिनमें 280 से अधिक UNRWA कर्मचारी हैं.
आपात सहायता मामलों के लिए यूएन अवर महासचिव टॉम फ़्लैचर ने इस घटना के लिए न्याय सुनिश्चित करने व जवाबदेही तय किए जाने की मांग की है, मगर फ़िलहाल उन्हें इसराइल द्वारा कोई जानकारी प्रदान नहीं की गई है.
OCHA प्रवक्ता येन्स लार्क ने कहा कि वह हर दिन इसराइली प्रशासन के साथ इस घटना के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर सम्पर्क में हैं, जिनमें सहायता आपूर्ति के लिए सीमा चौकियों को खोल जाना भी है.
