संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय – OHCHR के प्रवक्ता जैरेमी लॉरेंस ने शुक्रवार को जिनीवा में प्रैस वार्ता में कहा कि वोल्कर टर्क, इसराइल के वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मॉरिश की टिप्पणी पर हतप्रभ और भयभीत हैं.
इसराइली मंत्री ने कहा था कि ग़ाज़ा में लगभग 20 लाख लोगों को भूखे मरने देना, बन्धकों की रिहाई कराने के लिए “न्यायसंगत और नैतिक” हो सकता है.
मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने इसराइली मंत्री की इस टिप्पई की कठोरतम शब्दों में निन्दा की है, जो निर्दोष आम लोगों के विरुद्ध नफ़रत को भी भड़काते हैं.
युद्धापराध
प्रवक्ता जैरेमी लॉरैंस ने बसताया कि आम लोगों को भुखमरी के गर्त में धकेलने को युद्धक गतिविधियों का एक रूप में इस्तेमाल करना और फ़लस्तीनी आबादी को सामूहिक रूप से दंडित करना, दोनों ही, युद्धापराध हैं.
प्रवक्ता ने कहा, “यह प्रत्यक्ष और सार्वजनिक बयान, अन्य अत्याचार अपराधों को भी भड़काने का जोखिम उत्पन्न करता है. विशेष रूप से सार्वजनिक हस्तियों द्वारा इस तरह के बयानों को तुरन्त रोका जाना होगा. उनकी जाँच हो और अगर किसी अपराध की पुष्टि होती है तो ज़िम्मेदारों पर मुक़दमा चलाया जाए और दंडित किया जाए.”
उन्होंने कहा, “यह इसराइली अधिकारियों से आपात पुकार है कि इस तरह की निगरानी करना उनकी ज़िम्मेदारी है.”
“उससे आगे की बात करें तो, आइए, हम एक समय पर एक क़दम उठाएँ. यह पहला चरण है. यह इसराइल सरकार की ज़िम्मेदारी है.”
जैरेमी लॉरेंस ने, यूएन मानवाधिकार कार्यालय की, ग़ाज़ा में तुरन्त युद्धविराम लागू किए जाने, तमाम बन्धकों को रिहा किए जाने और ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता आपूर्ति की मात्रा और रफ़्तार बढ़ाने जाने की लम्बे समय से चली आ रही अपील भी दोहराई.
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