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ग़ाज़ा: अल मवासी में हमले से यूएन महासचिव ‘स्तब्ध’, WHO टीम जुटी चिकित्सा प्रयासों में

इसराइली सैन्य बलों द्वारा यह कार्रवाई एक घनी आबादी वाले इलाक़े में की गई है, जहाँ विस्थापित लोगों ने शरण ली हुई है, और जिसे एक ‘मानवतावादी ज़ोन’ के रूप में चिन्हित किया गया है.

यूएन प्रमुख के प्रवक्ता ने शनिवार को उनकी ओर से जारी एक वक्तव्य में बताया कि यह हमला दर्शाता है कि ग़ाज़ा में कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है. उन्होंने महिलाओं व बच्चों समेत आम नागरिकों के मारे जाने की निन्दा की है.

इसराइली अधिकारियों का कहना है कि हमास के शीर्ष सैन्य कमांडर मोहम्मद दईफ़, उप कमांडर राफ़ा सलामा को निशाना बनाकर ये ‘सटीक’ हमला किया गया था.

महासचिव गुटेरेश ने ध्यान दिलाया कि अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत, आम नागरिकों व लड़ाकों के बीच भेद, आनुपातिकता और हमलों के दौरान सतर्कता बरते जाने का सदैव ध्यान रखा जाना होगा.

“इस युद्ध का अन्त करना होगा. ग़ाज़ा में तुरन्त मानवीय आधार पर युद्धविराम होना चाहिए. सभी बन्धकों को बिना किसी शर्त, तत्काल रिहा किया जाना चाहिए.”

युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में कम से कम 90 लोगों की मौत हुई है और क़रीब 300 ज़ख़्मी हुए हैं.   

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई, ख़ान यूनिस शहर के पास अल मवासी में एक ऐसे स्थान पर हुई जिसे इसराइली सेना ने आम नागरिकों के लिए सुरक्षित इलाक़ा घोषित किया है.

शनिवार को एक प्रैस वार्ता में, इसराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमलों में जिन्हें निशाना बनाया गया था उनकी मौत हुई है या नहीं.

अनेक अस्पतालों में उपचार

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) में वरिष्ठ संचार अधिकारी लुइस वॉटरिज ने शनिवार दोपहर अल नासेर अस्पताल से एक वीडियो साझा किया, जिसमें भयावह हालात की तस्वीर नज़र आती है. इस वीडियो में स्वास्थ्य देखभालकर्मियों को ख़ून से सने फ़र्श को साफ़ करते हुए देखा जा सकता है.

उन्होंने बताया कि बच्चे, ख़ून के धब्बों वाले ग़द्दों पर पड़े हैं, वे अपने भाई-बहनों को खो देने के सदमे में हैं. कुछ अपंग हो गए हैं और अनेक गम्भीर रूप से घायल हुए हैं, जो उनके जीवन को बदल देगा. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म, X, पर अपने सन्देश में कहा कि 134 गम्भीर रूप से घायलों को नज़दीक स्थित नासेर मेडिकल परिसर में भर्ती कराया गया है.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के कर्मचारी अनेक स्वास्थ्य केन्द्रों में मौजूद हैं, जहाँ घायलों को इलाज के लिए लाया गया है. 50 बिस्तरों व स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई है ताकि अस्पताल की क्षमता बढ़ाई जा सके और चोट के उपचार के लिए आपूर्ति मुहैया कराई गई है.

कुछ घायलों को एक फ़ील्ड अस्पताल ले जाया गया है, जिसे डेयर अल बालाह में अन्तरराष्ट्रीय मेडिकल कोर द्वारा संचालित किया जाता है, और वहाँ भी WHO ने चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित की है. अन्य ग़ैर सरकारी संगठनों के अस्पतालों में भी मरीज़ों की स्वास्थ्य देखभाल की जा रही है.

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